ऑब्जर्वेशन होम पहुंचीं एसडीओ, औचक निरीक्षण में बीड़ी व गांजे के साथ कई प्रतिबंधित सामान बरामद
ऑब्जर्वेशन होम पहुंची एसडीओ ,औचक निरीक्षण में बीड़ी- गांजा के साथ कई प्रतिबंधित सामान बरामद
ऑब्जर्वेशन होम प्रबंधन को कार्यशैली में सुधार लाने के लिए दिया सख्त निर्देश, बाल सुधार गृह में पायी गयी बेहतर व्यवस्था
फोटो- 26 एसडीओ 1,2,3
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
घाघीडीह स्थित ऑब्जर्वेशन होम एवं बाल सुधार गृह का धालभूम एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने गुरुवार को औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान एसडीओ और उनकी टीम ने ऑब्जर्वेशन होम से मोबाइल, बीड़ी, खैनी, रस्सी, गांजा, गुटखा समेत प्रतिबंधित सामान को जब्त किया. ऑब्जर्वेशन होम से इस प्रकार के प्रतिबंधित सामान मिलने के बाद एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने ऑब्जर्वेशन होम प्रबंधन के पदाधिकारी को जम कर फटकार लगायी. साथ ही ऑब्जर्वेशन होम प्रबंधन को कार्य शैली और नियमों का पालन करने का सख्त आदेश जारी किया है. जब्त प्रतिबंधित सामान को नष्ट करने का आदेश भी एसडीओ ने दिया है. वहीं ऑब्जर्वेशन होम में आने जाने वाले लोगों की इंट्री और उनका विवरण की जांच भी की. जांच के दौरान रजिस्टर भी अपडेट नहीं पाया गया. इसे लेकर गार्ड को भी फटकार लगायी. वहीं गार्ड को सख्त आदेश दिया कि बिना इंट्री कोई भी प्रवेश नहीं करेगा. इसके अलावा परिसर में साफ-सफाई की काफी कमी पायी गयी. उन्होंने ऑब्जर्वेशन होम प्रबंधन को उपलब्ध संसाधन को बेहतर रखरखाव व परिसर की नियमित साफ-सफाई के लिए आदेश दिया. इस दौरान उन्होंने ऑब्जर्वेशन होम प्रबंधन की समस्याओं से भी अवगत हुए. इस दौरान कर्मचारियों की कमी बतायी गयी. एसडीओ ने समस्याओं का समाधान को लेकर भी आश्वासन दिया. इस दौरान कार्यपालक दंडाधिकारी चंद्रजीत सिंह एवं सुदीप्त राज उपस्थित थे.बाल सुधार गृह का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन
वहीं दूसरी ओर एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने बाल सुधार गृह का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने किचन, बच्चों के रूम, परिसर आदि का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बाल सुधार गृह के रजिस्टर व स्टॉक की जांच की, जहां उन्होंंने सभी चीजों को व्यवस्थित और अपडेट पाया. उन्होंने बच्चों की अच्छी निगरानी की बात भी कही. वहीं उपलब्ध अन्य संसाधनों जैसे प्रोजेक्टर के बेहतर इस्तेमाल को लेकर निर्देशित किया गया. इस दौरान बाल सुधार गृह में उपस्थित 19 बच्चों से कहा कि उन्हें जीवन में अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करना है. राष्ट्र निर्माण में योगदान उन्हें अपना योगदान देना है. उन्होंने प्रबंधन को प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को अच्छी डॉक्यूमेंट्री, फिल्म दिखाने का निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है