अपराधियों ने कांग्रेस नेता को डराने के लिए की थी फायरिंग : सिटी एसपी
गिरफ्तार अभियुक्तों के साथ अभिजीत का हो चुका था विवाद
फरार मनीष सिंह की तलाश में जुटी है पुलिस
फोटो- 19 जुगसलाई पीसीवरीय संवाददाता, जमशेदपुर
जुगसलाई नया बाजार में शुक्रवार रात कांग्रेस के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अभिजीत सिंह व भीड़ पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार होने वालों में जुगसलाई का मोहित पांडेय, बागबेड़ा का रॉकी मिश्रा और जुगसलाई का राहुल सिंह शामिल है. रॉकी मिश्रा की निशानदेही पर पुलिस ने मोहित के पास से एक देशी पिस्तौल और खोखा बरामद किया है. इस कांड में संलिप्त मनीष सिंह समेत अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी काे लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है. उक्त जानकारी सोमवार को ग्रामीण सह सिटी एसपी ऋषभ गर्ग ने दी.15 अगस्त को अभिजीत ने मोहित के घर जाकर की थी गाली-गलौज : सिटी एसपी
सिटी एसपी ने बताया कि कांग्रेस नेता अभिजीत का राहुल, मोहित और रॉकी तीनों से कई बार छोटी-छोटी बात को लेकर विवाद हो चुका था. रॉकी मिश्रा से करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उसका झगड़ा हुआ था. उस वक्त दोनों ने एक-दूसरे को धमकी भी दी थी. इसके अलावे मनीष सिंह से भी उसका पूर्व का विवाद था. 15 अगस्त को गाड़ी से टक्कर होने के बाद अभिजीत मोहित पांडेय के घर जाकर उसकी मां के साथ गाली-गलौज किया था. साथ ही माेहित को मारने की धमकी भी दी थी. इसी को लेकर सभी ने मिलकर अभिजीत को डराने के लिए फायरिंग की थी. अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि उनका इरादा फायरिंग कर अभिजीत काे धमकाना था न कि उसकी हत्या करना.मोहित पर दर्ज है छह केस
पुलिस ने बताया कि मोहित पांडेय के खिलाफ जुगसलाई थाना में पांच और बिष्टुपुर थाना में एक केस दर्ज है. इसके अलावे राहुल सिंह का भी पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. जुगसलाई थाना में उसके खिलाफ भी केस दर्ज है. ——————-मोहित की मां ने लगाया झूठा आरोप : अभिजीत सिंह
अभिजीत सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि मोहित पांडेय की मां ने उस पर गलत आरोप लगाया है. अगर मोहित की मां के साथ मेरा झगड़ा होता तो वह मेरे भंडारा के कार्यक्रम में नहीं आतीं. लेकिन मोहित की मां भंडारा में शामिल होकर प्रसाद भी खायी थी. हमारे लोगों ने उनको भंडारे का प्रसाद घर ले जाने के लिए भी दिया था. इसका सीसीटीवी फुटेज भी हमारे पास है. अगर 15 अगस्त को उनके घर में जाकर मारपीट की थी तो वह 16 अगस्त को हमारे भंडारे कार्यक्रम में आकर प्रसाद कैसे खायीं. उन्होंने बताया कि उनका और उनके परिवार के लोग का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं है. मेरा परिवार जुगसलाई में व्यवसाय करता है और मैं सामाजिक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता हूं. जिन लोगों ने मुझ पर और मेरे परिवार पर इस तरह का आरोप लगाया है, वह सरासर गलत है. गिरफ्तार तीनों अपराधियों का पूर्व में आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. ये लोग जुगसलाई के व्यापारियों को हमेशा प्रताड़ित करते थे और उनसे रंगदारी की मांग करते थे. जिसका वह शुरू से विरोध करते थे. इसी कारण उन लोगों ने गोलियां चलायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है