जमशेदपुर.
दक्षिण करनडीह पंचायत की उपमुखिया माेनिका हेंब्रम पर जाहेरथान में प्रवेश करने का आरोप लगाया था. इसके बाद करनडीह ग्रामसभा ने उसे दंडित करने का फैसला भी सुना दिया था, लेकिन मामले की तह तक जाकर जांच पड़ताल के बाद उसे दोष मुक्त कर दिया गया. माझी बाबाओं का यह कदम सराहनीय है. यह बातें पूर्वी सिंहभूम सेंगेल परगना जूनियर मुर्मू ने कही. उन्होंने कहा कि जुगसलाई तोरोप परगना दशमत हांसदा ने मामला प्रकाश में आने के बाद त्वरित संज्ञान लेते हुए पुड़सी माझी बाबाओं को ग्रामसभा कर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया. यह सराहनीय व सटीक कदम है. जूनियर मुर्मू ने स्वशासन व्यवस्था के प्रमुखों से आग्रह किया कि हाल के दिनों में गांव-घर में ढेरों समस्या हैं. एक गांव में दो-दो माझी बाबा हैं. इनके भी कारणों को तलाश कर समस्या को दूर करने की जरूरत है. सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक व राजनैतिक रूप से समाज को समृद्ध व विकसित बनाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधे पर है. कई कारणों से समाज में बिखराव हो रहा है. इस बिखराव को रोकने में स्वशासन व्यवस्था के लिए स्वशासन व्यवस्था के प्रमुखों को पहल करना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है