वरीय संवाददाता, जमशेदपुर : सर्दियों के मौसम में अलग-अलग तरह की बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है. बुजुर्ग हाई ब्लड प्रेशर, अर्थराइटिस, जोड़ों में दर्द, डिप्रेशन, कफ, कोल्ड, दमा, सांस और हार्ट से संबंधित बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. बच्चों में सर्दी, गले में इंफेक्शन, निमोनिया, अस्थमा, साइनस, वायरल फीवर, पेट दर्द, उल्टी, दस्त की शिकायतें बढ़ जाती हैं. एमजीएम अस्पताल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ के के चौधरी ने बताया कि ठंड का मौसम आने के साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. एमजीएम अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन 100 से ज्यादा बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. बदलते मौसम में परिवार के बच्चों और बुजुर्गों का ख्याल रखना जरूरी है.
ठंड में बच्चों को होने वाली बीमारी
डॉ केके चौधरी ने बताया कि बच्चे को बार-बार सर्दी जुकाम होता है. सांस लेने में तकलीफ होती है. सांस के जरिये वायरस आसानी से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. इसकी बड़ी वजह बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना है. धूल, मिट्टी और प्रदूषण के कारण बच्चों में संक्रमण फैलता है. बच्चों में सिरदर्द, बुखार और सर्दी के लक्षण दिखते हैं. इसके अलावा चेहरे में दर्द और आंख-नाक के पीछे दबाव महसूस होता है.
बीमार बुजुर्गों की सेहत पर दें ध्यान
खासमहल स्थित सदर अस्पताल में तैनात मेडिसिन विभाग के डॉ रंजीत पांडा ने बताया कि ठंड के मौसम में बीमार बुजुर्गों लोगों की सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिये. बदलते मौसम में अगर लाइफस्टाइल और डाइट का ध्यान ना रखा जाये तो ये परेशानियां बढ़ सकती हैं. बताया कि अस्पताल के ओपीडी में लगभग 200 मरीज इलाज कराने आते हैं. इसमें 15 से 20 मरीज ठंड से होने वाली बीमारी के शिकार होते हैं. उन्होंने कहा कि सर्दियों में हाई ब्लड प्रेशर, सर्दी और जुखाम, कफ, कोल्ड, फीवर, ड्राई स्किन, मोटापा, डिप्रेशन इन्फेक्शन का खतरा रहता है.
ठंड से करें बचाव
-
शरीर को गर्म रखने के लिए पूरे शरीर को ऊनी कपड़ों से ढककर रखें.
-
बार-बार त्वचा को मॉइस्चराइज करें.
-
ठंडे पानी के सेवन से परहेज करें, हमेशा गुनगुना पानी इस्तेमाल करें
-
स्वस्थ आहार का सेवन करें, ताजा भोजन करें.
-
नियमित रूप से व्यायाम करें.