जमशेदपुर, अशोक झा. टाटा कमिंस में ग्रेड अवधि को लेकर प्रबंधन और यूनियन के बीच जिच कायम है. अब तक प्रबंधन और यूनियन के बीच ग्रेड अवधि को लेकर मामला नहीं सुलझने से कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन समझौता लंबित है. प्रबंधन ने यूनियन के समक्ष चार साल का ग्रेड रिवीजन करने का प्रस्ताव दिया है, जबकि यूनियन तीन साल का समझौता करने के लिए अड़ा हुआ है. 25 दौर से ज्यादा वार्ता के बाद भी ग्रेड रिवीजन समझौता नहीं हो सका है.
ग्रेड रिवीजन एक अप्रैल 22 से लंबित
यूनियन सूत्रों का कहना है कि पूर्व स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों की ओर से यूनियन को प्रस्ताव दिया गया था कि यूनियन प्रबंधन के समक्ष एडवांस राशि मांगने का प्रस्ताव रखे. जिसे वर्तमान यूनियन नेतृत्व ने एक सिरे से खारिज कर दिया है. टाटा कमिंस के कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन एक अप्रैल 22 से लंबित है.
पिछली बार हुआ था तीन साल का ग्रेड रिवीजन समझौता
पिछला ग्रेड रिवीजन अप्रैल 2019 से लंबित था जो 2020 में हुआ. उस समय समझौता तीन साल के लिए हुआ था. उस दौरान कर्मचारियों के वेतन में कुल 17 हजार की बढ़ोतरी हुई थी. बढ़ी हुई राशि कर्मचारियों को तीन किस्त में मिली. पहले साल 85 फीसद जबकि दूसरे और तीसरे साल 7.5-7.5 फीसद राशि मिली. वहीं कर्मचारियों को एक साल का एरियर करीब 1.5 लाख उस दौरान मिला था. जबकि मित्र सहयोग में 50 लाख की बढ़ोतरी, परिवार सुरक्षा लाभ में 1000 का इजाफा का लाभ मिला था. वहीं 2016 के ग्रेड रिवीजन में करीब 12 हजार की बढ़ोतरी हुई थी. इस साल कर्मचारी 17 हजार से ज्यादा बढ़ोतरी की आस लगाये हुए हैं.