जमशेदपुर, ब्रजेश सिंह : टाटा स्टील ने टाटा स्टील यूआइएसएल के साथ मिलकर शहर के बीचोंबीच जंगल (जंगल ट्रेल) तैयार किया है. इस जंगल ट्रेल को फॉरेस्ट का थीम दिया गया है. यहां आकर ऐसा नहीं लगेगा कि आप किसी शहरी इलाके में हैं. यहां जंगल की ही फीलिंग आयेगी. जंगल ट्रेल को उस एरिया में बनाया गया है, जहां कभी स्लैग की डंपिंग होती थी. इसमें 19 हजार से अधिक पेड़ लगाये गये हैं. इसकी शुरुआती छोर मरीन ड्राइव की ओर है, तो अंतिम छोर सर्किट हाऊस एरिया के पेट्रोल पंप के पीछे वाले एरिया तक है.
संस्थापक दिवस पर शहरवासियों को उपहार
तीन मार्च, 2023 को संस्थापक दिवस पर टाटा स्टील के वाइस चेयरमैन नोएल टाटा इसका उद्घाटन करेंगे. नोएल टाटा, टाटा संस के एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा के सौतेले भाई हैं, जिनको हाल ही में वाइस चेयरमैन बनाया गया है. इसके उद्घाटन के साथ ही शहर का ग्रीन कवर एरिया बढ़ जायेगा. लोगों के घूमने के लिए एक बेहतर स्थान मिल सकेगा, जहां लोग प्रकृति वातावरण के बीच समय बिता सकेंगे. इसे प्राकृतिक ईंटों से बनाया गया है. पहले इस एरिया में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण भी हो रहा था. 2020 से इसको तैयार किया जा रहा है. करीब तीन साल में इसे तैयार किया गया है. यहां स्लैग की डंपिंग 2011 तक होती थी, उसके बाद वहां डंपिंग बंद कर दी गयी. यह अपने तरह का अनूठा प्रयोग है.
स्लैग हुआ हराभरा
– जहां कभी स्लैग की डंपिंग होती थी, अब वहां हजारों पेड़ लगाये
– 9000 से अधिक पेड़ लगाये
– 21 एकड़ में फैला है पूरा जंगल
– 2.5 किमी जंगल ट्रेल की लंबाई
– 2500 वर्ग मीटर में है कैंपिंग एरिया
– 3.5 किलोमीटर गुणा दो मीटर चौड़ा वाकिंग ट्रैक है
– 2020 से इसको तैयार किया जा रहा है.
– तीन साल में जंगल ट्रेल बनकर तैयार.
जंगल ट्रेल की तीन खूबियां
– आधुनिक तकनीक से लैस है जंगल ट्रेल. तीन सेक्टर में बांटा गया है, एक एरिया में सिर्फ पेड़ है, तो दूसरे में फाउंटेन के साथ वाटर फॉल का इंतजाम किया गया है. तीसरे भाग में फलदार पेड़ और अन्य चीजें लगायी गयी है
– सारे पेड़ पर क्यूआर कोड लगे होंगे. लोग घूमेंगे, तो यह जान सकेंगे कि कौन सा पेड़ है? और इसकी खासियत क्या है? इसके अलावा चारों ओर सुरक्षा के लिए कैमरे लगाये गये हैं और
– जंगल ट्रेल में नेचुरल पानी का बहाव, वेट लैंड और पुल- पुलिया हैं. यहां सीधे जंगल की ही फीलिंग आयेगी, शहर का ग्रीन कवर एरिया बढ़ जायेगा.