Jharkhand News: टाटा मोटर्स (Tata Motors) के कर्मचारियों को नये साल का तोहफा मिला है. इस साल लीव बैंक के लिए पीएल (प्रीविलेज लीव) नहीं कटेगा. जनरल ऑफिस में चेयरमैन प्रदोष मोहंती की अध्यक्षता में संपन्न लीव बैंक कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में सालाना लेखा-जोखा की समीक्षा की गयी. बैठक में सचिव अमितेश पांडे, डॉ चिन्मया और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की ओर से एचएस सैनी, बीके शर्मा और प्रकाश विश्वकर्मा शामिल थे. साल 2019 से लीव बैंक की शुरुआत हुई थी.
एक साल में 1501 छुट्टी का वितरण
जनवरी 2022 से लेकर 31 दिसंबर 2022 तक कुल 24 लोगों के बीच में 1501 छुट्टी का वितरण किया गया. प्लांट के आठ कर्मचारियों को 90 दिन और अन्य लोगों को जरूरत के अनुसार छुट्टी दी गयी. साल 2022 के शुरुआत में लीव बैंक के पास 8811 लीव उपलब्ध थे. अब तक 80 कर्मचारियों को लीव बैंक से लाभ मिल चुका है. लीव बैंक में वर्तमान में 7310 लीव जमा है. हाल में कई बाई सिक्स से स्थायी हुए हैं. उनके लीव बैंक की सदस्यता लेने के बाद करीब 7600 लीव कमेटी के पास हो जायेगी.
किनको मिलती बैंक से लीव
वैसे कर्मचारी जिसका लीव किसी बीमारी या दुर्घटना की वजह से समाप्त हो गया है. लीव बैंक से अवकाश समायोजित करके उनका पूरा वेतन दिया जाता है.
क्या है लीव बैंक
कर्मचारियों द्वारा आवेदन देने पर लीव स्वीकृति प्रबंधन और यूनियन की संयुक्त कमेटी करती है. कमेटी में प्रबंधन-यूनियन के तीन-तीन प्रतिनिधि हैं. प्रबंधन-यूनियन के प्रतिनिधि ही बीमार या दुर्घटनाग्रस्त कर्मियों की स्थिति का जायजा लेकर उन्हें लीव बैंक की सुविधा देते है. हालांकि, जानबूझ कर आत्महत्या का प्रयास करने में घायल, विटामिन की कमी से बीमार कर्मचारी, शराब या किसी अन्य नशा के लत की वजह से बीमार होने वाले कर्मचारियों को यह सुविधा नहीं मिलती है.