Jharkhand: झारखंड की अस्मिता दोरजी ने रचा इतिहास, बिना ऑक्सीजन 8163 मीटर ऊंचे मनास्लु पर्वत को किया फतह

टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) की सीनियर इंस्ट्रक्टर अस्मिता दोरजी ने इतिहास रचते हुए बिना ऑक्सीजन सप्लीमेंट के 8163 मीटर ऊंचे मनास्लु पर्वत फतह की है. ये झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी कदमा लिंक रोड की रहने वाली हैं. नेपाल स्थित दुनिया का आठवां सबसे ऊंचा पर्वत मनास्लु है.

By Guru Swarup Mishra | October 10, 2022 7:16 PM
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Jharkhand News: टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) की सीनियर इंस्ट्रक्टर अस्मिता दोरजी ने इतिहास रचा है. इन्होंने नेपाल स्थित दुनिया के आठवें सबसे ऊंचे पर्वत ‘मनास्लु’ पर चढ़कर यह कीर्तिमान बनाया है. बिना ऑक्सीजन सप्लीमेंट के इन्होंने 8163 मीटर की ऊंचाई फतह की है. ये झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी कदमा लिंक रोड की रहने वाली हैं. नेपाल सरकार द्वारा मनास्लु समिट का आयोजन किया गया था.

अस्मिता दोरजी ने मनास्लु फतह कर रचा इतिहास

टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) की सीनियर इंस्ट्रक्टर अस्मिता दोरजी ने इतिहास रचते हुए बिना ऑक्सीजन सप्लीमेंट के 8163 मीटर ऊंचे मनास्लु पर्वत फतह की है. झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी कदमा लिंक रोड की रहने वाली अस्मिता दोरजी ने नेपाल स्थित दुनिया के आठवें सबसे ऊंचे पर्वत ‘मनास्लु’ पर चढ़कर यह कीर्तिमान बनाया है.

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नेपाल सरकार ने आयोजित किया था मनास्लु समिट

नेपाल सरकार द्वारा मनास्लु समिट का आयोजन किया गया था. अस्मिता दोरजी से मात्र चार घंटे पहले हिमाचल की बलजीत कौर ने बिना ऑक्सीजन के इस समिट को पूरा किया. मनास्लु( जो कुतंग भी कहलाता है) पृथ्वी का आठवां सबसे ऊंचा पर्वत है. यह 8,163 मीटर ऊंचा पर्वत मध्योत्तर नेपाल के गोरखा जिले में स्थित है.

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अस्मिता दोरजी की ये हैं उपलब्धियां

अस्मिता दोरजी ने लगभग 26 दिन की दिन की कठिन चढ़ाई के बाद इस समिट को पूरा किया. समिट के दौरान अस्मिता को दो बार एवलांच (हिमस्खलन) का भी सामना करना पड़ा, लेकिन खुशनसीबी रही कि उनको किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. अस्मिता के समिट के मात्र चार दिन पहले आये एवलांच में मशहूर पर्वतारोही नेलसन की मौत हो गयी थी. अस्मिता इससे पहले माउंट एवरेस्ट जैसे अभियान पर बिना ऑक्सीजन सप्लीमेंट के जा चुकी हैं, लेकिन वह एवरेस्ट समिट को पूरा नहीं कर सकी थीं. उन्होंने एवरेस्ट एक्सपीडिशन के दौरान 8749 मीटर तक की ऊंचाई को बिना ऑक्सीजन स्पलीमेंट के पूरा किया था.

रिपोर्ट : निसार, जमशेदपुर

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