टाटा स्टील के कोक प्लांट बैटरी 7 के कर्मचारियों के भविष्य पर नहीं हो सका फैसला, 27 जनवरी को फिर हाईलेवल मीटिंग
टाटा स्टील के कोक प्लांट बैटरी 7 के कर्मचारियों के भविष्य पर शनिवार को फैसला नहीं हो सका. सोमवार को फिर हाईलेवल मीटिंग होगी. 28 जनवरी से कोक प्लांट बैटरी बंद हो जाएगा.
जमशेदपुर-टाटा स्टील के कोक प्लांट बैटरी 7 के बंद होने के बाद कर्मचारियों के सरप्लस करने को लेकर शनिवार को दिनभर हंगामा होता रहा. टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबरों के दबाव के बाद शनिवार को टाटा स्टील के एचआर चीफ मुकेश अग्रवाल के स्तर पर मीटिंग हुई. इस मीटिंग में टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह के अलावा तमाम कमेटी मेंबरों की मीटिंग हुई. मीटिंग में विस्तार से चर्चा की गयी. यूनियन की ओर से कहा गया कि सरप्लस पुल में सीधे कर्मचारियों को भेजे जाने के बजाय पहले वेकेंसी को लेकर बातें हो जाये. वेकेंसी भर ली जाये, उसके बाद सरप्लस पुल में भेजने की जरूरत हो तो फिर बातें हो सकती है. लेकिन मैनेजमेंट के अधिकारी अड़ियल रवैया अपनाकर काम कर रहे थे. वे लोग कह रहे थे कि सरप्लस पुल में ही भेजना विकल्प है. इसके बाद अध्यक्ष और महामंत्री ने अपनी बैठक को बीच में ही छोड़ दिया और बाहर ही निकल गये कि जब एकतरफा ही बातें करना है और कोई चेंज ही नहीं होना है तो फिर बात करके क्या फायदा है.
सोमवार को फिर से हाईलेवल मीटिंग
दोपहर करीब तीन बजे के बाद फिर से मीटिंग कमेटी मेंबरों के स्तर पर लोकल में हुई. इस दौरान भी कोई रास्ता नहीं निकल पाया. इसके बाद तय हुआ कि सोमवार को फिर से हाइलेवल मीटिंग होगी, जिसमें अंतिम फैसला लिया जायेगा. 27 जनवरी को अंतिम बार बैटरी 7 काम करेगा, 28 जनवरी से यह पूरी तरह बंद हो जायेगा. इससे पहले बैटरी 5 को दिसंबर 2021 में और मार्च 2022 में बैटरी 6 को बंद किया गया था.
बैटरी 6 ए और 6 बी का कराया जाएगा ट्रायल रन
बैटरी 7 के बंद करने को लेकर जारी किये गये सर्कुलर में बताया गया है कि 5, 6 और 7 का ऑपरेशन बंद होने के बाद एचएमसी कोक फीडिंग सर्किट 500 टन प्रतिदिन उत्पादन करेगी, जबकि बैटरी 6 ए और बैटरी 6बी का ट्रायल रन भी कराया जायेगा.
कर्मचारियों की संख्या और कितना कम किया जाना है
ऑपरेशन-वर्तमान में 156 स्टैंडर्ड फोर्स कर्मचारी के बदले 100 लोग काम कर रहे है. इसके बाद जब इसका स्टैंडर्ड फोर्स में कमी लायी गयी तो 140 तय मैनपावर है, जिस कारण 84 कर्मचारी इसमें सरप्लस होंगे. कॉमन सर्विसेज-10 स्टैंडर्ड फोर्स है. इसमें से 9 वर्तमान में कार्यरत है. रिऑर्गेनाइजेशन के बाद इसका स्टैंडर्ड फोर्स घटकर 5 हो गया, जिसमें से 4 लोगों को सरप्लस किया जाना है. मैकेनिकल मेंटनेंस-स्टैंडजर्ड फोर्स 70 है, जिसमें से 78 कर्मचारी काम कर रहे है. रिऑर्गेनाइजेशन के बाद स्टैंडर्ड फोर्स की संख्या 44 है, जिसके बाद कुल इसमें 52 लोग सरप्लस हो जायेंगे. इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस-स्टैंडर्ड फोर्स 79 है. 84 कर्मचारी काम कर रहे है. रिवाज्ड स्टैंडर्ड फोर्स 30 है. 35 कर्मचारी यहां सरप्लस होंगे.
ये भी पढ़ें: नेशनल स्कूल बैंड प्रतियोगिता में पटमदा कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं बनीं चैंपियन, संजय सेठ ने किया सम्मानित