Jharkhand News: टाटा स्टील ने एक बार फिर 18 ट्रांसजेंडर की बहाली की है. इससे पूर्व 15 ट्रांसजेंडर्स को ट्रेनिंग के बाद नियुक्त किया गया. वर्ष 2021 से शुरू हुई ट्रांसजेंडर्स की बहाली की प्रक्रिया के तहत अब तक करीब 100 ट्रांसजेंडर्स को कंपनी में नियुक्त किया है. इसकी शुरुआत टाटा स्टील ने वेस्ट बोकारो से इसकी शुरुआत की है. अब तक कंपनी ने ओड़िशा के कलिंगानगर के अलावा वेस्ट बोकारो और जमशेदपुर में इनकी नियुक्ति की है. इससे पहले कंपनी ने जूनियर इंजीनियर ट्रेनी (Junior Engineer Trainee- JET) की नियुक्ति के लिए ट्रांसजेंडर से भी आवेदन मांगी थी.
अब तक 97 ट्रांसजेंडर बने कर्मचारी
टाटा स्टील लिमिटेड कंपनी ने अपने बयान में कहा कि जमशेदपुर यूनिट के लिए 18 ट्रांसजेंडर की नियुक्ति की गयी है. कंपनी ने कहा कि दिसंबर 2021 में झारखंड में टाटा स्टील के पश्चिम बोकारो डिविजन ने इस महत्वाकांक्षी यात्रा की शुरुआत की थी. इसके तहत अपनी खदानों में 14 ट्रांसजेंडर कर्मियों को हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी (Heavy Earth Moving Machinery- HEMM) संचालकों के रूप में शामिल किया था. अब तक, टाटा स्टील ने ओडिशा के कलिंगानगर, पश्चिम बोकारो और जमशेदपुर में कुल 97 ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की नियुक्ति की है.
LGBT को नौकरी देने में टाटा कंपनी अग्रणी
मालूम हो कि वर्ष 2021 में टाटा स्टील ने वेस्ट बोकारो डिवीजन के घाटोटांड़ कोलियरी में हेम ऑपरेटर की नियुक्ति निकाली थी. इस नियुक्ति में ट्रांसजेेंडर की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था. एलजीबीटी (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल और ट्रांसजेंडर) को सबसे ज्यादा नौकरी देने वाली कंपनियों में टाटा स्टील अग्रणी है. देश में पहली बार माइनिंग क्षेत्र में ट्रांसजेंडर को बहाल किया गया. यहां भारी मशीन को ऑपरेट करने के लिए ट्रांसजेंडर को नियुक्त किया गया. इसके तहत ट्रांसजेंडर हेम अॉपरेटर डंपर, ड्रिल, डोजर, एक्सकैवेटर, पे लोडर, क्रेन जैसी मशीन का संचालन बखूबी करते हैं.
Posted By: Samir Ranjan.