जमशेदपुर : टाटा स्टील के सीआरएम के सीनियर मैनेजर शिराज जामा खान के मौत के मामले में कंपनी प्रबंधन की लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कराया गया है. मृतक शिराज के भाई कुंवर सहबाज जामा के बयान पर अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है. लेकिन उन्होंने काम के दौरान हुई उनके भाई की मौत का जिम्मेदार कंपनी प्रबंधन की लापरवाही को माना है.
गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम के बाद परिवार वाले उसे इलाहाबाद लेकर चले गये. शव इलाहाबाद में ही दफनाया जायेगा. शिराज के बड़े भाई, मां के अलावे इलाहाबाद से उनके मामा, मामी व अन्य रिश्तेदार शहर पहंचे थे. इधर दूसरी ओर कंपनी के अंदर एक सीनियर मैनेजर की दुर्घटना से मौत मामले में उच्च स्तरीय जांच चल रही है.
दूसरी ओर बिष्टुपुर थाना प्रभारी रणविजय शर्मा ने बताया कि मृतक के बड़े भाई के बयान पर कंपनी प्रबंधन की लापरवाही को मौत का जिम्मेदार बताया गया है. थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच चल रही है. तीसरी जांच कंपनी की सेफ्टि कमेटी भी कर रही है.
मालूम हो कि टाटा स्टील आईएल4 स्तर के सीनियर मैनेजर शिराज जामा खान सोमवार को नाइट शिफ्ट पर ड्यूटी पर थे. मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे सीआरएम में सीजीए 2 के लूपर में डेंट की समस्या आने के बाद वे उसे ठीक करने के लिए गये थे.
उसी दौरान वे लूपर मशीन में फंस गये और उसके बाद निकल नहीं पाये जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी. मंगलवार सुबह ए शिफ्ट में आये कर्मचारियों ने जब शिराज से चार्ज लेने के लिए मोबाइल पर फोन किये, तो वे रिसीव नहीं किये. बाद में वे मशीन में फंसे हुए मिले.
टाटा स्टील में काम को लेकर कई तरह के गाइडलाइन तय है. एक सीनियर मैनेजर स्तर का अधिकारी, हेड, चीफ, वर्कर क्या काम करेंगे. यह सब तय है. हालांकि मशीनरी समस्या आने पर किसी काम को चीफ स्तर के अधिकारी देखने के लिए जाते हैं.
लेकिन उसको लेकर भी कई नियम है कि वे हेल्पर, ऑपरेटर, टेक्नीकल एक्सपर्ट या जो उस काम को करने वाला है उससे वह कराया जाये. शिराज जामा जो एक सीनियर मैनेजर थे वे लूपर में आये डेंट की समस्या को अकेले ही क्यों देखने गये. उस वक्त अन्य कर्मी कहां थे. इसके अलावे अन्य कई बिंदुओं पर जांच टीम रिपोर्ट तैयार कर रही है.
posted by : sameer oraon