Jharkhand news: टाटा स्टील जोड़ा ईस्ट आयरन माइन (JEIM) में एक बेनेफिसिएशन प्लांट लगायेगी. ओड़िशा सीएम नवीन पटनायक ने इस प्लांट की आधारशिला रखी. भूमि पूजन के रस्म में टाटा स्टील के सीनियर अधिकारियों ने वर्चुअली हिस्सा लिया.
मौके पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मैटेरियल्स) डीबी सुंदर रामम ने कहा कि कच्चा माल स्टील निर्माण के लिए अति आवश्यक है. आनेवाले महीने में हमारे विस्तारीकरण लक्ष्य को पूरा करने के लिए जोड़ा ईस्ट आयरन माइन में यह बेनफिसिएशन प्लांट हमें रणनीतिक लाभ प्रदान करेगा. कंपनी ओड़िशा और इसकी जनता के विकास में अपनी निरंतर भागीदारी निभा रही है. उन्होंने हर संभव सहयोग के लिए ओड़िशा सरकार के प्रति आभार जताया है.
जोड़ा ईस्ट आयरन माइन 1956 से कार्यरत है. इस खदान से निकला संपूर्ण लौह अयस्क जमशेदपुर, कलिंगानगर (ओड़िशा के जाजपुर जिला) और मेरामंडली (ओड़िशा के ढेकानाल) में अवस्थित कंपनी के अपने स्टील प्लांटों के साथ-साथ इसकी सहायक और सहयोगी कंपनियों और टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट्स, गम्हरिया को आपूर्ति की जाती है.
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पर्यावरण प्रबंधन हमेशा से टाटा स्टील के परिचालन का एक मुख्य हिस्सा रहा है. वायु, ध्वनि, सतही जल की गुणवत्ता और भूजल स्तर और इसकी गुणवत्ता की नियमित निगरानी की जाती है और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाये रखने के लिए पर्याप्त कदम उठाये जाते हैं.
जोड़ा और इसके आसपास शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सतत आजीविका, जल व स्वच्छता, ग्रामीण आधारभूत संरचना, विकास, खेल और सशक्तीकरण समेत विभिन्न क्षेत्रों में टाटा स्टील द्वारा चलायी जा रही सीएसआर गतिविधियां आगे भी जारी रहेंगी. क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी. जिसमें सहायक विकास और सहायक आधारभूत संरचनाएं शामिल हैं. परियोजना अप्रत्यक्ष आय सृजन के अवसर के संदर्भ में यहां के निवासियों के सामाजिक और आर्थिक विकास को गति देगी.
Posted By: Samir Ranjan.