टाटा स्टील यूआइएसएल के सुपरवाइजर ने दफ्तर में की आत्म”हत्या, सुसा”इड नोट पढ़कर सब हैरान
गोलमुरी थाना क्षेत्र में स्थित टाटा स्टील यूआइएसएल (पहले जुस्को) के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिस में सीनियर सेनेटरी सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत ओमप्रकाश साहू (56 वर्ष) ने कार्यालय में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
Tata Steel UISL supervisor commits suicide in office
सुसाइड नोट मिला- लिखा इतना वर्कलोड में नहीं कर सकता काम, दुनिया से जा रहा हूं
साथी कर्मियों को डोसा खाने भेजा, दफ्तर में खुद को अकेला पाकर रस्सी के सहारे पंखे से झूलकर दे दी जान
जमशेदपुर :
गोलमुरी थाना क्षेत्र में स्थित टाटा स्टील यूआइएसएल (पहले जुस्को) के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिस में सीनियर सेनेटरी सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत ओमप्रकाश साहू (56 वर्ष) ने कार्यालय में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने गोलमुरी वर्कर्स फ्लैट संख्या-102 में संचालित अपने कार्यालय में ही रस्सी के सहारे पंखे से लटकर जान दे दी. इस घटना की जानकारी तब हुई, जब सफाई कर्मचारी वहां पहुंचा. उसने देखा कि सुपरवाइजर पंखे से रस्सी के सहारे झूल रहे हैं. वह भागे-भागे बाहर आया और इसकी जानकारी टाटा स्टील यूआइएसएल के कंट्रोल रुम को दी. इसके बाद गोलमुरी पुलिस को सूचना दी गयी. कंपनी के वरीय अधिकारियों के अलावा जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय समेत अन्य पदाधिकारी पहुंचे. इन लोगों के साथ ही पुलिस भी पहुंची. पुलिस ने शव को नीचे उतारा. मृतक के शर्ट की पॉकेट से ही पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला. सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अत्यधिक काम के बोझ के कारण आत्महत्या कर रहा है. इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया. इस मामले में अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.सुसाइड नोट में लिखा- वर्कलोड के कारण की आत्महत्या
पुलिस ने वहां से उनके हस्ताक्षरित सुसाइड नोट जब्त किया है. इस सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि उनके ऊपर काफी वर्कलोड था. वह अपने ऑफिस में वर्कलोड से परेशान थे. उनको बारीडीह में चार कलस्टर एग्रिको, सिदगोड़ा, ओल्ड व न्यू बारीडीह के साथ ही बारीडीह इएमसी का भी जिम्मा दे दिया गया था. जिस वजह से वह मानसिक रूप से परेशान थे. सही से काम नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने लिखा है कि चीफ, आलोक सर और एरिया मैनेजर से उन्होंने इस समस्या को साझा किया था, लेकिन उनकी बातों को किसी ने नहीं सुना. वह तीन-चार महीने से परेशान थे. उन्होंने लिखा है कि अपनी परेशानी की चर्चा अपने साथी कर्मचारियों से भी की थी. सभी साथी कर्मचारी भी यह मान रहे थे कि उनके ऊपर काफी वर्कलोड है. उन्होंने लिखा है कि उनके ऑफिस में ओझा जी और बिनोद जी ने उनकी काफी मदद की है. मगर और आगे इस वर्कलोड में वे काम नहीं कर सकते. वह दुनिया से जा रहे हैं. उन्होंने अंतिम लाइन में लिखा है ”सर मुझे माफ करें, चीफ सर से निवेदन है कि मेरी जो भी राशि हो, मेरी पत्नी को दिला दीजियेगा.”
साथी कर्मचारियों को डोसा खाने भेज खुद कर ली आत्महत्या
उनके साथी कर्मचारियों ने बताया कि वे अपने घर से ड्यूटी अपनी बाइक से आये थे. बाइक लेकर आने के बाद एरिया विजिट कर वे ऑफिस में बैठे. साथी कर्मचारियों से अपनी बाइक घर भिजवा दी और घर के लोगों को संदेश भिजवाया कि वह देर से आयेंगे, कुछ काम है. इसके बाद उन्होंने साथी कर्मचारियों को कहा कि वे लोग डोसा खाकर आयें, वे इंतजार कर रहे हैं. इस बीच अकेले पाकर उन्होंने खुदकुशी कर ली. वे हाल ही में उस ऑफिस में आये थे. इससे पहले पब्लिक हेल्थ का ऑफिस गोलमुरी सर्कस मैदान में था. जिसको हाल ही में उक्त फ्लैट में शिफ्ट किया था.मोबाइल और पर्स दराज में पाया गया
घटना के बाद मोबाइल और पर्स उनके पास नहीं था. लेकिन टेबुल का दराज बंद था. बताया जात है कि सारे कर्मचारी जब आये तो दराज को खोला गया. इसमें मोबाइल और पर्स पाया गया है. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है.मामले की जांच की जा रही है : थाना प्रभारी
गोलमुरी थाना प्रभारी बीएन सिंह ने बताया कि घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. परिजनों ने अब तक कोई अंदेशा नहीं जताया है. पोस्टमार्टम करने के लिए शव को भेजा गया है. सुसाइड नोट के मुताबिक, यह आत्महत्या का ही मामला लगता है. कोई और कारण नहीं लग रहा है.गोलमुरी सीपी स्कूल के सचिव थे ओमप्रकाश
ओमप्रकाश गोलमुरी स्थित सीपी स्कूल के सचिव भी थे. इस घटना की सूचना मिलने के बाद सीपी समिति स्कूल के अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार भी पहुंचे. उन्होंने घटना पर अफसोस जताया और कहा कि काफी मिलनसार और नेतृत्वक्षमता वाला व्यक्तित्व ओमप्रकाश साहू का था. कैसे वे आत्महत्या कर लिये, यह समझ नहीं आ रहा है. उन्होंने कंपनी से नियमानुसार परिजनों को सारी सुविधा देने की मांग की है.पत्नी ने कहा- परेशान थे ओमप्रकाश
गोलमुरी गाढ़ाबासा के शीतला मंदिर के पास ओमप्रकाश साहू रहते हैं. वे पुराने कर्मचारी थे. वह अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटों को छोड़ गये हैं. उनका एक बेटा आइटी सेक्टर में काम कर रहा है, जबकि दूसरा बेटा बीटेक कर चुका है. परिजन भी हतप्रभ हैं कि वह कैसे आत्महत्या कर लिये. हालांकि, पत्नी ने जरूर कहा है कि वह वर्कलोड के कारण परेशान थे. वह हमेशा बोलते थे कि काफी काम का प्रेशर है. लेकिन ऐसा कदम उठा लेंगे, यह सोचा नहीं था. कोई और कारण होने की बात से पत्नी ने इनकार किया है.टाटा स्टील यूआइएसएल ने घटना पर अफसोस जताया
टाटा स्टील यूआइएसएल ने इस घटना पर अफसोस जताया है. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में सीनियर सेनेटरी सुपरवाइजर ओम प्रकाश साहू के दुर्भाग्यपूर्ण निधन की सूचना से कंपनी दुखी है. टाटा स्टील यूआइएसएल जांच एजेंसियों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है. कंपनी पीड़ित परिवार के साथ है और कंपनी की नीति के अनुसार हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है.यह दुखद घटना, यूनियन के पास कभी नहीं आये ओमप्रकाश : रघुनाथ पांडेय
जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने कहा है कि यह घटना दुखद है. यूनियन के पास कर्मचारी अपनी समस्या लेकर आते रहते हैं. लेकिन आज तक सुपरवाइजर होते हुए ओमप्रकाश साहू कभी यूनियन के पास नहीं पहुंचे. वर्कलोड अधिक था तो बात यूनियन करती. क्या कारण था, यह पुलिस अनुसंधान का मामला है. यूनियन दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है