450 करोड़ से एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार होगा टाटानगर रेलवे स्टेशन, इस माह के अंत तक स्कीम हो जायेगी तैयार
स्कीम रिव्यू के बाद नवंबर तक डीपीआर तैयार हो जायेगा. उसे रेलवे बोर्ड भेजा जायेगा. मंजूरी के बाद काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि 400 से 450 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
टाटानगर को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाया जायेगा. एयरपोर्ट की तर्ज पर यहां सुविधाएं होंगी. दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) अनिल कुमार मिश्रा ने बुधवार को टाटानगर स्टेशन निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही. उन्होंने बताया कि टाटानगर स्टेशन के री-डेवलपमेंट को लेकर इस माह के अंत तक स्कीम तैयार हो जायेगी. स्कीम रिव्यू के बाद नवंबर तक डीपीआर तैयार हो जायेगा. उसे रेलवे बोर्ड भेजा जायेगा. मंजूरी के बाद काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि 400 से 450 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. बर्मामाइंस और पुराना बिल्डिंग के पास दोनों तरफ से निर्माण कराया जायेगा. 36-36 मीटर चौड़ा दोनों ओर रूफ प्लाजा होगा. लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ी की सुविधा सभी प्लेटफाॅर्म पर होगी.
अतिक्रमणकारी खुद से खाली कर दें जमीन
जीएम ने कहा कि अतिक्रमणकारियों को खुद स्टेशन, यार्ड और थर्ड रेलवे लाइन को बनाने में सहयोग करना चाहिए. वे खुद से अतिक्रमण हटा लें. कहा कि पुनर्वास का कोई प्रावधान रेलवे के पास नहीं है. यह राज्य सरकार का मसला है. राज्य सरकार विधि व्यवस्था संधारित करती है. हम लोगों को अपना एरिया खाली कराकर काम कराना है.
आदित्यपुर और टाटानगर का यार्ड भी विकसित होगा
रेल जीएम ने बताया कि आदित्यपुर और टाटानगर स्टेशन के पास लोको यार्ड है. यहां के यार्ड को भी अत्याधुनिक बनाया जायेगा. जल्द ही इस दिशा में काम शुरू करेंगे. इस कार्य को भी इस वित्तीय वर्ष में पूरा कर लेना है. यार्ड की री-मॉडलिंग की जायेगी.
नयी ट्रेनों पर सरकार लेगी फैसला
जीएम ने कहा कि नयी ट्रेनों को लेकर सांसद और जनप्रतिनिधियों का पत्र आता रहता है. इसको लेकर सकारात्मक पहल की जाती है. रेलवे मंत्रालय ही इस पर फैसला लेती है. नयी ट्रेनों के चलाने को लेकर यहां से कोई फैसला नहीं लिया जा सकता है. अगर वंदेभारत चलाने का आदेश आता है तो इसका परिचालन सुनिश्चित कराया जायेगा.
जून 2024 तक पूरा हो जायेगा थर्ड रेल लाइन का काम
दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने बुधवार को टाटानगर स्टेशन में चल रहे थर्ड लाइन के काम का निरीक्षण किया. इससे पहले उन्होंने घाटशिला का कामकाज देखा. उनके साथ चक्रधरपुर डिवीजन के डीआरएम अरुण जे राठौर समेत अन्य अधिकारी भी थे. जीएम ने लोको शेड का भी निरीक्षण किया, जिसका विस्तारीकरण किया जाना है. वे विशेष सैलून से टाटानगर पहुंचे थे. पत्रकारों से बातचीत में रेल जीएम ने बताया कि घाटशिला से आदित्यपुर के बीच थर्ड लाइन का काम चल रहा है. 30 किलोमीटर तक का काम पूरा कर लिया गया है. नवंबर के आखिर तक इसका कमीशन पूरा हो जायेगा. योजना है कि जून 2024 तक पूरा कर लिया जायेगा. झारसुगोड़ा तक का काम पूरा कर लिया जायेगा. इस तीसरे लाइन का काम पूरा हो जाने से ट्रेनों की मोबिलिटी में आसानी होगी. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि आदित्यपुर तक के रेल लाइन को समय पर पूरा किया जाये. दुर्गा पूजा के बाद एनआइ ब्लॉक लिया जायेगा, जिसके बाद इसका काम को और तेज किया जा सकेगा.
30 करोड़ से विकसित होगा घाटशिला स्टेशन
दक्षिण-पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने बुधवार को झाड़ग्राम (बंगाल), चाकुलिया, घाटशिला और राखा माइंस रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि घाटशिला सहित पांच स्टेशनों को अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के तहत विकसित करना है. रेल मंत्रालय से स्वीकृति के बाद घाटशिला को 30 करोड़ रुपये से विकसित किया जाना है. इसकी समीक्षा की जा रही है. घाटशिला स्टेशन, राखा माइंस और टाटानगर के बीच नवंबर, 2023 तक थर्ड लाइन का काम पूरा करना है. उन्होंने कहा कि बीते दो-तीन माह में केई ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है. रेल मंत्रालय की स्वीकृति मिलने पर घाटशिला में वंदे भारत समेत अन्य ट्रेनों का ठहराव होगा. रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर दुकान और मार्केट बनाने का निर्णय राज्य सरकार लेती है. जीएम के साथ डीआरएम और रेलवे के पदाधिकारी उपस्थित थे.