Jamshedpur News : 25 किमी दूर मुसाबनी से साइकिल लेकर लौटी छात्रा को ट्रेलर ने रौंदा, मौत

जादूगोड़ा :राखा-जादूगोड़ा मुख्य सड़क के बेस कैंप के पास हुआ हादसा

By Prabhat Khabar News Desk | October 5, 2024 11:46 PM

-मध्य विद्यालय इचड़ा की आठवीं कक्षा की छात्रा थीं, आक्रोशित लोगों ने एक घंटे सड़क पर किया हंगामा

जादूगोड़ा.

राखा-जादूगोड़ा मुख्य सड़क के बेस कैंप (माटीगोड़ा) के पास शनिवार को ट्रेलर (18 चक्का वाहन) की चपेट में आकर एक किशोरी की मौत हो गयी. मृतका का नाम वर्षा मंडल (14) है. वह मध्य विद्यालय इचड़ा की आठवीं कक्षा की छात्रा थीं. वह करीब 25 किलोमीटर दूर मुसाबनी प्रखंड से साइकिल लेकर अपने घर इचड़ा लौट रही थी. हादसे के बाद ड्राइवर वाहन (डब्लूबी-11एफ-7050) लेकर फरार हो गया. हालांकि, जादूगोड़ा पुलिस ने वाहन को यूसिल रियर गेट के समीप पकड़ लिया, तब तक ड्राइवर फरार होने में कामयाब हो गया. इधर, घटना की खबर मिलते ही आक्रोशित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और लगभग एक घंटे तक सड़क पर डटे रहे. जादूगोड़ा पुलिस घटना स्थल पर पड़ी बच्ची के शव को अपने कब्जे में लेकर यूसिल जादूगोड़ा अस्पताल के शीतगृह में रखवा दिया.

नो इंट्री के बावजूद बड़े वाहनों का परिचलन हो रहा : ग्रामीण

हंगामा कर रहे स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि हाता से घाटशिला मुख्य सड़क में प्रशासन द्वारा नो इंट्री लगायी गयी थी, इसके बावजूद भी बड़े वाहन मालिक अधिकारियों को पैसे खिलाकर वाहनों का परिचालन करा रहे हैं. जिससे रोजाना कोई ना कोई दुर्घटना का शिकार हो रहा है. इस रास्ते में अवैध रूप से बड़े-बड़े हाइवा, ट्रेलर तेज गति से बालू, पत्थर, गिट्टी आदि का परिचालन करते हैं.

स्कूल प्रबंधन और ब्लॉक अधिकारी दोषी : ग्रामीण

हादसे को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल प्रबंधन और ब्लॉक अधिकारी को दोषी ठहराया है. ग्रामीणों ने कहा कि इचड़ा विद्यालय से मुसाबनी ब्लॉक लगभग 25 किलोमीटर दूर है. इतनी छोटी बच्चियों को इतना दूर बुलवाकर साइकिल देना कहां का नियम है. संबंधित अधिकारियों को विद्यालय तक साइकिल पहुंचाना चाहिए था. अगर साइकिल स्कूल तक पहुंचायी, जाती तो ऐसी घटना नहीं घटती.

मेरी इकलौती बेटी थी वर्षा : पिता

बच्ची के पिता पिजूस कांत मंडल ने बताया कि मेरी इकलौती बड़ी बेटी वर्षा थी. एक बेटा 13 वर्ष का समीर है, जो छोटा है. पीजूस जमशेदपुर में ठेका कर्मी हैं, उन्हें घटना कि लगभग कुछ घंटों बाद पता चला.

मां रोते हुए बेसुध

घटना की सूचना मिलते ही मृतका की मां सुशांति मंडल घटना स्थल पर पहुंचीं. वह आंखों के सामने बेटी का शव देखकर बेसुध हो गयी. रोते हुए बोली कि मेरी जिंदगी उजड़ गयी.

आक्रोशित ग्रामीणों ने थाना पहुंच की मुआवजे की मांग

हादसे के बाद परिजनों ने देर शाम जादूगोड़ा थाना पहुंचकर मुआवजे की मांग की. जहां मुसाबनी सीओ ऋषिकेश मरांडी, इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद, थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने परिजनों व ग्रामीणों को समझाया. सीओ ने परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकारी राशि एक लाख रुपये भुगतान किया जायेगा. इसके साथ ही वाहन मालिक से बात की गयी है. रविवार को वाहन मालिक के आते ही मुआवजा दिलवाने का प्रयास किया जायेगा. ग्रामीणों ने नो इंट्री लगवाने की भी मांग की. मौके पर सुखलाल हेमब्रम, रोहित सिंह परमार, बिक्रम सिंह, मंजीत सिंह, अरुण मण्डल, रामदेव, हरी पात्रों आदि मौजूद थे.

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