जमशेदपुर. एक सप्ताह की राहत के बाद अचानक सोमवार से मौसम ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया. सुबह आठ बजे से ही तेज धूप निकल गयी थी. जबकि सुबह 10 बजे से लू चलने लगी थी. गर्म हवा के थपेरों ने दिन भर हर आम व खास को परेशान किया. दोपहर में घर से निकलना दूभर हो गया है. इस दौरान हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ गया है. मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक था. वहीं, न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक था. हवा में आर्द्रता की अधिकतम मात्रा 46 प्रतिशत, जबकि न्यूनतम मात्रा 33 प्रतिशत रही. मौसम विभाग ने लू को लेकर अलर्ट जारी किया है. अगले एक सप्ताह तक गर्मी से किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिलने के आसार हैं. ऐसे में बचाव कर ही गर्मी से बचा जा सकता है.
20 अप्रैल को 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है पारा
मौसम विभाग के अनुसार, 20 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है. 19 अप्रैल से रात भी गर्म होगी. रात का तापमान भी 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
अगले पांच दिन ऐसा रहेगा मौसम का मिजाज
तिथि- अधिकतम तापमान – न्यूनतम तापमान 16 अप्रैल- 40.0 डिग्री सेल्सियस – 24.0 डिग्री सेल्सियस17 अप्रैल- 41.0 डिग्री सेल्सियस- 24.0 डिग्री सेल्सियस18 अप्रैल- 41.0 डिग्री सेल्सियस- 26.0 डिग्री सेल्सियस19 अप्रैल- 41.0 डिग्री सेल्सियस- 26.0 डिग्री सेल्सियस20 अप्रैल- 42.0 डिग्री सेल्सियस- 27.0 डिग्री सेल्सियस
गर्मी को देखते हुए केएसएमएस ने फिर बदला समय
अचानक बढ़ी गर्मी को देखते हुए केरला समाजम मॉडल स्कूल प्रबंधन ने एक बार फिर नए सिरे से स्कूल की समय-सारिणी में बदलाव किया है. स्कूल प्रबंधन की ओर से एक नोटिस जारी करते हुए बताया गया कि बुधवार से स्कूल का संचालन नयी समय-सारिणी के अनुसार होगा. पहली से 12वीं तक की कक्षा सुबह 6.20 से दोपहर 12.10 बजे तक, जबकि एलकेजी की कक्षा सुबह 7.00 बजे से 9.45 बजे तक, वहीं यूकेजी की कक्षा सुबह 7.00 से 10.50 बजे तक, जबकि नर्सरी की कक्षा सुबह 10.00 बजे से दोपहर 12.05 बजे तक चलेगी. शहर के अन्य स्कूलों में भी समय-सारिणी में बदलाव होगा. इसे लेकर एक से दो दिनों के अंदर स्कूल प्रबंधन द्वारा निर्णय ले लिया जायेगा.
लू से बचने के लिए एडवाइजरी जारी
आधा अप्रैल महीना बीतने के साथ ही शहर में गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है. सुबह से ही धूप अब लोगों को चुभने लगी है. मौसम में आये बदलाव का असर स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. जिसके कारण लू लगने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है. एमजीएम, सदर अस्पतालों सहित निजी नर्सिंग होम में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हो गया है. चिलचिलाती धूप और हिट वेव को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने आमजनों को लू से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है. खानपान से लेकर आवाजाही करने में विशेष सतर्कता बरतने को कहा है. स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी के तहत आम लोगों को निम्न जानकारी दी गयी है. जरा सी असावधानी व लापरवाही लू की चपेट में आने का कारण हो सकता है और इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं.
ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें :
गर्मी में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें. प्यास लगने का इंतजार न करें, बल्कि जब भी संभव हो, पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें. घरेलू पेय पदार्थों का सेवन करें, जैसे कि नींबू पानी, छाछ/लस्सी, नमक मिला हुआ फल का जूस. ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) का भी सेवन किया जा सकता है. तरबूज, खरबूजा, संतरा, अंगूर, अनानास, खीरा, लेट्यूस आदि जैसे मौसमी फल और सब्जियों को डेली डाइट में शामिल करें. इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. ज्यादा प्रोटीन और बासी खाना खाने से बचें.
एसी से निकलकर सीधे धूप में न जायें :
चिलचिलाती धूप और हीट वेव को ध्यान में रखते हुए दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक बहुत जरूरी काम नहीं होने पर घर से नहीं निकलें. घर से बाहर निकलते समय साथ में पानी बॉटल रखें. एसी से निकलकर सीधे धूप में नहीं जाये. धूप में मेहनत कम करें. नंगे पैर घर से नहीं निकलें. धूप में या गर्म जमीन पर जूते या चप्पल पहन कर ही चलें. दोपहर के वक्त खाना बनाते समय किचन का दरवाजा और खिड़की जरूर खोलें. इससे किचन वेंटिलेटेड रहेगा.
सूती कपड़ा पहनें :
सफेद और हल्के रंगों के कपड़ों से शरीर को ढककर ही बाहर निकलें. धूप से बचाव के लिए पतले, ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनना चाहिये. सीधी धूप में निकलने से पहले सिर को ढक कर निकलें. सिर को धूप से बचाव के लिए छाते, टोपी, कैप, तौलिया या अन्य पारंपरिक टोपियों का इस्तेमाल करें.
लू लगने के लक्षण :
चक्कर आना, घबराहट, उल्टी, तेज सिरदर्द, बहुत ज्यादा प्यास लगना, पेशाब कम होना और पेशाब का रंग गहरा पीला होना, सांस तेज चलना और दिल की धड़कन बढ़ जाना. किसी मनुष्य का सामान्य तापमान : 36.4 से 37.2 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए. तेज धूप या ज्यादा गर्म वातावरण में रहने से हीट स्ट्रेस हो सकता है, जिससे गर्मी से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैं. ये बीमारियां हल्की से लेकर गंभीर हो सकती हैं, जैसे- चकते पड़ना, हाथ-पैरों में सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन, बेहोशी, कमजोरी होना. हीट स्ट्रोक कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है, जैसे किडनी संबंधित या हार्ट संबंधित बीमारी.
हीट स्ट्रोक से निजात पाने के घरेलू उपाय
आम, बेल, सत्तू का शरबत पीयें :
घर पर ही आम, सत्तू या फिर बेल का शरबत बनाकर पीयें. इससे शरीर ठंडा रहने के साथ हीट स्ट्रोक की समस्या कम हो जाती है.
तरबूज खाएं :
तरबूज में 90 प्रतिशत से अधिक पानी होता है. तरबूज खाने से शरीर में पानी की कमी दूर होती है. गर्मियों में तरबूज खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसके सेवन से हीट स्ट्रोक से बच सकते हैं. इसमें कई अन्य विटामिन और मिनरल्स भी मिलते हैं.
कच्चा प्याज खाएं :
प्याज खाना हीट स्ट्रोक या लू से बचने के लिए सबसे अच्छा और आसान उपायों में से एक है. लू से बचाव के लिए कच्चा प्याज काफी कारगर है. इसके अलावा प्याज को हल्का भुनकर खा लें. प्याज का रहस निकाल नींबू के साथ खाने से भी लू की समस्या से निजात मिलती है.
धनिया और पुदीना फायदेमंद :
लू से बचने के लिए गर्मियों में रोजाना धनिया और पुदीना का जूस बनाकर पीने से लाभ मिलता है. धनिया और पुदीना दोनों की ही तासीर ठंडी होती है. पुदीना और धनिया का शरीर पर शीतल प्रभाव पड़ता है.
नींबू पानी पीएं :
शरीर को ठंडा रखने के लिए दिन में एक या दो बार नींबू पानी का सेवन जरूर करना चाहिये.
छाछ शरीद को देता है ठंढक :
आयुर्वेद में छाछ को लू से बचने के लिए काफी फायदेमंद माना गया है. छाछ पीने से शरीर को ठंडक मिलती है. इससे गर्मी में होने वाली समस्याओं से बचाव होता है. छाछ प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है. छाछ पीने से शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स भी मिलते हैं. छाछ पीने से हीट स्ट्रोक से बचा जा सकता है.
एलोवेरा जूस बढ़ाता है इम्यूनिटी :
एलोवेरा जूस शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है. इसे पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और हीट स्ट्रोक का जोखिम भी कम होता है. एलोवेरा जूस विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है. गर्मी से बचाने के लिए भी एलोवेरा जेल लगाया जा सकता है. लू से बचने के लिए सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस पीने से पाचन में भी सुधार होता है. पेट की जलन और गर्मी शांत होती है.खूब पानी पियें, भले ही आपको प्यास न लगी हो. शराब और गर्म या मीठे पेय से बचें. सीधी धूप से बचने की कोशिश करें और पूरा शरीर ढकनेवाले कपड़े पहनकर निकलें. भूखे पेट नहीं निकलें.
– डॉ रंजीत पांडा
गर्मियों में हरी सब्जियां खानी चाहिये. इससे शरीर में आयरन, कैल्शियम और पानी की कमी दूर होती है और इम्यूनिटी बढ़ता है. सहजन, भिंडी, करेला, खीरा, परवल, तोरई, लौकी आदि खायें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें.
– डॉ महेश चंद्र प्रसाद
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