जन सरोकार की पत्रकारिता का सफर
जमशेदपुर शहर से प्रकाशित आधा दर्जन हिंदी दैनिकों की कुल प्रसार संख्या से दोगुना से अधिक प्रसार अकेले प्रभात खबर का है. यह पाठकों के स्नेह के कारण ही यह संभव हो पाया है.
अपने पाठकों के साथ यह बात साझा करते हुए बेहद प्रसन्नता हो रही है कि आप सभी के स्नेह और विश्वास के बल पर प्रभात खबर का जमशेदपुर संस्करण आज अपनी 28वीं वर्षगांठ मना रहा है. यह सिर्फ और सिर्फ आपके स्नेह व भरोसे के कारण संभव हो पाया है. प्रभात खबर का टाटा नगरी जमशेदपुर से गहरा नाता रहा है. इस शहर की प्रगति और विस्तार का यह अखबार साक्षी रहा है. जैसे देश-दुनिया के आर्थिक-औद्योगिक मानचित्र पर जमशेदपुर की पहचान टाटा स्टील के कारण है, वैसे ही देश के मीडिया जगत में जमशेदपुर को प्रभात खबर का शहर माना जाता है.
जमशेदपुर शहर से प्रकाशित आधा दर्जन हिंदी दैनिकों की कुल प्रसार संख्या से दोगुना से अधिक प्रसार अकेले प्रभात खबर का है. यह पाठकों के स्नेह के कारण ही यह संभव हो पाया है. बीते 28 वर्षों में प्रभात खबर ने लगातार जन सरोकार की पत्रकारिता की है और जनता के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया है. स्टील सिटी जमशेदपुर समेत पूरा कोल्हान मेहनतकश लोगों की धरती है. यह शिक्षा, चिकित्सा, कला-संस्कृति, साहित्य से लेकर खेल जगत में अपनी मजबूत पहचान बनानेवाले शख्सियतों की धरती है.
प्रभात खबर, सभी क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का काम पूरी ईमानदारी से करता आया है. टाटा स्टील के कारण देश के कोने-कोने से अलग-अलग संप्रदाय, जाति, धर्म, भाषा व संस्कृति के लोग जमशेदपुर में रहते हैं. सभी ने मिलकर जमशेदपुर में एक ऐसा समाज गढ़ने का काम किया जिसमें ‘लघु भारत’ के दर्शन होते हैं. बिहारी, बंगाली, मारवाड़ी, सिख, गुजराती, मराठी, छत्तीसगढ़ी से लेकर यूपी व दक्षिण भारतीय समाज के लोगों के बीच प्रभात खबर की उपस्थिति परिवार के एक सदस्य जैसी है.
प्रभात खबर का लाइफ@जमशेदपुर विभिन्न समाज की गतिविधियों और उनकी कला-संस्कृति को मजबूत मंच प्रदान करता रहा है. ऐसे दौर में जब सोशल मीडिया के जरिये अनियंत्रित सूचनाओं का प्रवाह हो, तब हम भरोसे की सूचनाएं पाठकों तक पहुंचाने की हरसंभव कोशिश करते हैं. इस 28 वर्षों की यात्रा में पाठकों ने हमारा भरपूर साथ दिया है और हमें आगे बढ़ने का साहस प्रदान किया है. इस मौके पर हम उनका दिल से आभार व्यक्त करते हैं. हर सुबह पाठकों तक अखबार पहुंचाने वाले वितरक बंधुओं के प्रति भी हम सम्मान जाहिर करते हैं. यात्रा के इस पड़ाव तक प्रभात खबर के विभिन्न विभागों के सहयोगियों के बगैर पहुंच पाना मुमकिन नहीं था. उन सबके प्रति भी आभार और शुभकामनाएं.