Jamshedpur news.
परसुडीह खासमहल में आदिवासी महासभा की ओर से पेसा एक्ट पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों से 100 से अधिक स्वशासन व्यवस्था के प्रमुख माझी बाबा, नायके बाबा, पारानिक, परगना, शिक्षाविद व समाज के प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए. कार्यशाला में स्वशासन व्यवस्था के प्रमुखों को पेसा कानून के संबंध में बारीकी से विस्तार की जानकारी दी गयी. कार्यशाला को आदिवासी महासभा के विजय कुजूर, प्रभाकर तिर्की, कृष्णा हांसदा व पंचानन सोरेन ने संबोधित किया. विजय कुजूर ने बताया कि पेसा कानून को लागू करने से आदिवासी समुदायों को कई महत्वपूर्ण लाभ मिल सकते हैं. इसके लागू होने से ग्राम सभाओं को उनके अधिकार और निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिलेगी. प्रभाकर तिर्की ने कहा कि पेसा कानून को लागू न करने से आदिवासी समुदायों को बड़े पैमाने पर हानि होती है. कृष्णा हांसदा और पंचानन सोरेन ने पेसा कानून की अहमियत पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि यह कानून आदिवासी समुदायों के विकास और उनके अधिकारों की रक्षा में एक मजबूत आधार बन सकता है. इस कानून के सही कार्यान्वयन से ही आदिवासी समाज की समस्याओं का समाधान संभव है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है