25 सालों से प्रभात खबर के साथ जुड़ा हुआ हूं. पाठकों का एक बड़ा वर्ग इस अखबार के साथ है. पाठकों को प्रभात खबर का इंतजार रहता है. वर्तमान में प्रभात खबर सबसे ऊपर है. हमें अच्छा लगता है कि जिस तरह शहरी क्षेत्र में अखबार की मांग है, उसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में भी मांग है.
गांवों के पाठक हमेशा से सबसे पहले प्रभात खबर ही मांगते हैं. 25 साल पहले प्रभात खबर बेचना शुरू किया था. ठीक से याद नहीं है कि कितनी प्रतियां थीं, लेकिन संख्या दहाई में ही थी. अब दो सैकड़ा से अधिक अखबार बेच लेते हैं. कोई भी मौसम हो सुबह अखबार बेचने निकल जाता हूं. लोगों तक अखबार पहुंचाना आदत बन गयी है.
सुबह की चाय के साथ प्रभात खबर का समन्वय अपने आप में जबरदस्त होता है. सारांश में ही पूरी खबरों की जानकारी यहां अच्छे से मिल जाती है. फुरसत में इस अखबार की खबरों को विस्तार से पढ़ने का अलग ही आनंद है. इसका प्रभावशाली संकलन और निष्पक्ष पत्रकारिता आकर्षित करता है.
– अरशद, सक्रिय कार्यकर्ता, खिदमत फाउंडेशन
प्रभात खबर ने समाज की गतिविधियों, पर्व त्योहारों से संबंधित समाचारों को प्रमुखता से प्रकाशित किया है. प्रभात खबर में प्रकाशित विशेषांक बेहद ही प्रशंसनीय होता है. प्रभात खबर सच्चे अर्थों में अपनी टैगलाइन ‘अखबार नहीं आंदोलन’ को चरितार्थ करता है.
– आसिम फुरकान, सक्रिय कार्यकर्ता, खिदमत फाउंडेशन
मेरे काम के अनुरूप मुझे गांव की वर्तमान हालात की जानकारी रखना बहुत जरूरी होता है. प्रभात खबर में एक बार सुबह नजर डाल लेने से बहुत से जरूरी मामले से अवगत हो जाता हूं. इस अखबार की भाषा शैली और लेख सरल एवं सर्वोत्तम है, जो किसी भी खबर को समझने में बड़ा आसान लगता है.
मो सईद, सक्रिय कार्यकर्ता, खिदमत फाउंडेशन
सच्ची खबर पढ़ने की बात हो तो हम प्रभात खबर का ही रुख करते हैं. शहर के साथ-साथ छोटे गांव की पूरी खबरें यहां विस्तार से मिल जाती है. सच्ची और अच्छी खबरों के लिए टैगलाइन अखबार नहीं आंदोलन फिट बैठता है. संस्थाओं और आम लोगों को अखबार में जगह मिलती है.
अख्तर जकी अहमद, सक्रिय कार्यकर्ता, खिदमत फाउंडेशन
मैं प्रभात खबर पिछले 14 साल से पढ़ रहा हूं. यह अखबार शहर के साथ आस पास के गांव की पूरी खबरें सरल व आसान भाषा में प्रकाशित करता है. इसकी गुणवत्ता के कारण पाठकों के बीच में अखबार की एक अलग ही पहचान है. मुझे इसके कॉलम बहुत पसंद है.
शहजादा सुल्तान, सक्रिय कार्यकर्ता, खिदमत फाउंडेशन
मैं प्रभात खबर से काफी समय से जुड़ा हुआ हूं, क्योंकि यह एक निष्पक्ष अखबार है. इस अखबार से विभिन्न प्रकार की जानकारी मिलती है. इसका खेल पेज बहुत ही आकर्षक है. विद्यार्थी व युवाओं को इसका लाभ मिलता रहा है. ज्ञानर्वधन जानकारियां होने के कारण मैं इसका नियमित पाठक हूं.
मो सुबान अनवर, सक्रिय कार्यकर्ता, खिदमत फाउंडेशन
प्रभात खबर अपने पाठक के लिए व्यापार, शिक्षा और नौकरी से जुड़ी खबरों का एक माध्यम भी है. निष्पक्ष पत्रकारिता के कारण आज तक मेरा भरोसा इसके साथ बना हुआ है. मुख्यधारा से जुड़ी हर खबरों के कारण मुझे यह अखबार सबसे अधिक पसंद है. इसमें महिलाओं के लिए अलग स्थान दिया जाता है.
सईका निगार, महिला विंग, खिदमत फाउंडेशन