दो साल से पेट में 32 किलो का ट्यूमर लेकर घूम रही थी नंदिनी, पैसे के अभाव में नहीं हो रहा था ऑपरेशन
बाहर में इस ऑपरेशन के लिए मांगे जा रहे थे दो लाख रुपये
जमशेदपुर :
गालूडीह के बाघुड़िया पंचायत भवन में गंगा मेमोरियल अस्पताल के डॉ. नरेंद्र सिंह ने 16 जून 2024 को नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया था. उस शिविर में एदल बेड़ा की रहने वाली नंदिनी (34) अपने पति कारु सोरेन के साथ जांच कराने के लिए पहुंची थी. उसने बताया कि करीब दो साल से उसके पेट में दर्द रहता है. साथ ही जब तब ब्लीडिंग और बुखार रहने की समस्या हो जाती है. तब डॉक्टर को उसके पेट में ट्यूमर का अंदेशा हुआ. अस्पताल में जांच करने पर पता चला कि उसके पेट में बहुत बड़ा ट्यूमर है. जिसका जल्द से जल्द ऑपरेशन नहीं किया गया तो वह फट सकता है, जिससे मरीज की जान तक जा सकती है. महिला की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह बाहर अपना इलाज करा सके. डॉ. नरेंद्र ने उठाया ऑपरेशन से लेकर मरीज के आने-जाने तक का खर्चउसके बाद डॉ. नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में डॉ. रुद्र प्रताप व अन्य कर्मचारियों की टीम के द्वारा उसका ऑपरेशन कर 32 किलो का ट्यूमर निकाला. अभी मरीज की स्थिति ठीक है. इस अस्पताल में उसका नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया. इतना ही नहीं मरीज के ऑपरेशन, दवाई, खाने-पीने व आने-जाने का खर्च सबकुछ डॉ. नरेंद्र सिंह ने दिया. डॉ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि इसके ऑपरेशन के लिए बाहर में कम से कम दो लाख रुपये लगते. महिला के पति कारू सोरेन जंगल से पत्ता लाकर बेचकर घर का खर्च चलाता है. पति-पत्नी की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वे दो लाख देकर बाहर में ऑपरेशन करा पाते. ऑपरेशन नहीं होने से मरीज की मौत तक हो सकती थी. इसलिए उन्होंने तय किया कि महिला का नि:शुल्क ऑपरेशन करेंगे और जो भी खर्च आयेगा, खुद वहन करेंगे. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन जटिल था, महिला के पेट में 32 किलो का ट्यूमर था, मगर सफलतापूर्वक महिला के ट्यूमर को निकाल दिया गया. अब वह बिल्कुल स्वस्थ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है