जमशेदपुर : जुबिली पार्क के जयंती सरोवर में फिर मरीं हजारों मछलियां, जुल्को ने जतायी चिंता
जुबिली पार्क के जयंती सरोवर में एक बार हजारों मछलियां मरी हुई पायी गयी हैं. तालाब से मछलियों को एक जगह रख कर उसका निष्पादन किया गया. मछलियों के मरने के कारण तालाब से दुर्गंध आ रही थी. लोगों को आसपास से गुजरना मुश्किल हो रहा था.
जमशेदपुर के जुबिली पार्क के जयंती सरोवर में एक बार हजारों मछलियां मरी हुई पायी गयी हैं. शुक्रवार की सुबह लोगों ने पानी की सतह पर इधर-उधर मरी मछलियों को देखा. इसकी सूचना टाटा स्टील यूआइएसएल (पहले जुस्को) को दी गयी. करीब पांच घंटे के बाद दो पहर में मछलियों को निकालने का काम शुरू किया गया. तालाब से मछलियों को एक जगह रख कर उसका निष्पादन किया गया. मछलियों के मरने के कारण तालाब से दुर्गंध आ रही थी. लोगों को आसपास से गुजरना मुश्किल हो रहा था. स्थानीय लोगों का कहना है कि संभवत: पानी जहरीला होने के कारण इस तरह लगातार मछलियां मर रही हैं.
एक माह से मर रही हैं मछलियां, ओड़िशा के विशेषज्ञों की टीम आयी जांच करने
बताया जाता है कि करीब एक माह से इस तालाब में मछलियां मर रही हैं. तालाब का पानी हरा हो चुका है. पहले यहां काफी जलकुंभी चारों ओर फैला गया था. अखबारों में खबरें छपने के बाद इसकी सफाई शुरू की गयी. कंपनी की ओर से बताया गया था कि ओडिशा से आयी विशेषज्ञों की टीम ने तालाब की सफाई कराने का सुझाव दिया था.
पहले लगा था फव्वारा
बताया जाता है कि यहां कई गंदे नाले का पानी इसमें आता है. यहां से पानी को सीधे नदी में छोड़ा जाता है. इस तालाब में पहले भी मछलियों की मौत होती रही है. इसको लेकर पहले कदम उठाये जाते थे. तालाब में फव्वारा लगाने के बाद मछलियों की मौत एक तरह से रुक गयी थी. लेकिन, फिर से बड़े पैमाने पर मछलियों की मौत होने लगी है.
पानी की क्वालिटी के कारण ही मर रही होगी मछलियां : सरयू राय
विधायक और पर्यावरणविद सरयू राय ने कहा कि पानी की क्वालिटी के कारण लगातार मछलियां मर रही हैं. पानी गरम होने पर मछलियां गहरे पानी में चली जाती हैं. पानी में कुछ ऐसे तत्व होंगे, जिस कारण मछलियों की मौत हो रही है. हम इस बारे में उच्चाधिकारियों से बात करेंगे.
सुधार के उपायों को लागू करने पर कर रहे हैं काम : प्रबंधन
हम जलीय जीवन को लेकर अपनी चिंता को समझते हैं. इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं. हम मौजूदा स्थिति में सुधार के उपायों को लागू करने पर भी काम कर रहे हैं.
-टाटा स्टील यूआइएसएल