वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
सिविल सर्जन ऑफिस के सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम में हर ब्लॉक से तीन-तीन एमपीडब्ल्यू मौजूद थे. मौके पर जिला नोडल पदाधिकारी डॉ मृत्युंजय धाउड़िया ने प्रतिभागियों को तंबाकू जनित बीमारियों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी. साथ ही सभी को जमीनी स्तर तक पहुंचकर लोगों को सही जानकारी देने का निर्देश दिया. वहीं प्रशिक्षक डॉ मोहम्मद असद द्वारा तंबाकू में पाये जाने वाले चार हजार जहरीले तत्वों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि तंबाकू से मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ता है.तंबाकू खाने वालों पर फाइन करना बहुत जरूरी : मौसमी
जिला परामर्श मौसमी चटर्जी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को भारत सरकार के अधिनियम कोटा 2003 के ऊपर विस्तृत जानकारी साझा की. उन्होंने कहा की तंबाकू खाने वालों पर फाइन करना बहुत जरूरी है. इससे भारत सरकार का रेवेन्यू जेनरेट करना मकसद नहीं है, पर लोगों में दिल में डर बना रहेगा.कार्यस्थल पर हर सप्ताह 10 मिनट तंबाकू के दुष्परिणामों पर चर्चा करें : कुंदन
कार्यक्रम के सोशल वर्कर कुंदन कुमार ने कहा कि तंबाकू से समाज को नुकसान पहुंचता है. बीमारी होने पर आर्थिक परेशानियां होती है. अपने कार्यस्थल पर कम से कम तंबाकू के ऊपर हर सप्ताह 10 मिनट दुष्परिणामों पर चर्चा जरूर करें. इससे आसपास के लोगों को जानकारियां मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है