Jamshedpur news. मोर को मारने के बाद दलमा जंगल में घूम रहा है बाघ, सावधान होकर आना-जाना करें

बाघ का उद्देश्य शिकार करना है और वह अपना स्थायी स्थल खोज रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | January 9, 2025 6:36 PM

Jamshedpur news.

चांडिल से कांड्रा के बीच पाये गये बाघ का लोकेशन तेजी से बदल रहा है. मोर को मारने के बाद बाघ दलमा जंगल में प्रवेश कर चुका है. वहां पर उसको देखा गया है. दलमा जंगल में अब वह जंगल एरिया में जा चुका है. लिहाजा अब जानवरों का शिकार कर वह वहां कुछ समय रह सकता है. अगर वहां से बाहर निकलता है, तो यह मुश्किल होगा. 195 वर्ग किलोमीटर के दायरे वाले दलमा जंगल में उसके घूमने की जानकारी के लिए फारेस्टर और रेंजर को भी लगा दिया गया है और उनसे कई सारी जानकारियां हासिल की जा रही है.हाथियों के अभ्यारण्य में बाघ के प्रवेश के बाद पर्यटकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है. यही वजह है कि अब पर्यटकों को भी आना-जाना काफी सोच समझकर करना होगा. चूंकि बाघ अकेला है, इस कारण वह हमला भी कर सकता है. वह बाहर कब निकलता है और कहां जा रहा है, इसे लेकर वन विभाग की पूरी टीम लगी है, जबकि टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट एरिया के पदाधिकारियों से भी मदद ली जा रही है. हर जगह उसके पग मार्क मिल रहे हैं, जो बताता है कि उस इलाके में बाघ है. आपको बता दें कि यह बाघ चांडिल और कांड्रा के बीच पहाड़ों की तलहटी पर पाया गया था. इसके कारण पास के ही तुलग्राम और बालीडीह इलाकों में दहशत था, लेकिन अब यह बाघ चांडिल से होते हुए सीधे दलमा जंगल में प्रवेश कर गया है. इस दौरान पहले बाघ ने बछिया को मारा था और बैल को मार डाला था. वहीं मोर को भी उसने मार दिया था. मोर को मारने के बाद ही वह दलमा जंगल में घुसा है. अभी चूंकि शिकार करना उसका उद्देश्य है और बाघ अपना स्थायी स्थल खोज रहा है, जिस कारण वह अभी विचरण करेगा. डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि बाघ का लोकेशन अभी दलमा है, लेकिन पर्यटकों के घूमने वाले एरिया की तरफ से काफी दूर है, लेकिन सतर्कता बरती जा रही है.

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