जमशेदपुर तिलक महतो हत्याकांड: आरोपी को गिरफ्तार करने गयी पुलिस पर ग्रामीणों ने किया हमला, थाना प्रभारी घायल
थाना प्रभारी महथा ने बाघमुंडी थाना में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. भीड़ का लाभ उठाकर पुलिस के साथ गये हत्याकांड के आरोपी का सहयोगी विकास महतो फरार हो गया
आरआइटी थाना पुलिस तिलक महतो हत्याकांड में आरोपी संजय महतो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना अंतर्गत कोड़ेंग गांव गयी, जहां ग्रामीणों ने हमला कर दिया. इसमें आरआइटी थाना प्रभारी सागर लाल माहथा समेत तीन आरक्षी उमाशंकर कुमार सिंह, उद्धम सिंह व पंकज कुमार शुक्ला घायल हो गये.
घायलों का बाघमुंडी अस्पताल में इलाज किया गया. थाना प्रभारी महथा ने बाघमुंडी थाना में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. भीड़ का लाभ उठाकर पुलिस के साथ गये हत्याकांड के आरोपी का सहयोगी विकास कुमार महतो फरार हो गया. गम्हरिया रेलवे स्टेशन के भीतरी पुल के पास सोमवार को तिलक महतो की हत्या हुई थी.
अचानक 20-30 लोग पहुंचे, किया जानलेवा हमला
थाना प्रभारी माहथा के अनुसार, हत्याकांड के आरोपी संजय महतो के कोड़ेंग में छिपे होने की सूचना पर हिरासत में लिये गये उसके सहयोगी विकास कुमार महतो के साथ पुलिस टीम छापेमारी के लिए बाघमुंडी मंगलवार शाम पांच बजे पहुंची. वहां पहुंचने पर विकास ने आरोपी के भागने की आशंका जताते हुए जल्दी गांव पहुंचने को कहा. इस दौरान अपराधी के भागने की आशंका व समय के अभाव में पुलिस टीम बाघमुंडी थाना को सूचना नहीं दे पायी.
हालांकि कोड़ेंग स्थित बैद्यनाथ महतो के घर पहुंचने पर पता चला कि आरोपी संजय महतो वहां था, लेकिन यहां से कहीं और चला गया. वह चांडिल के दुबराजपुर का रहने वाला है. इसके बाद बैद्यनाथ महतो पुलिस को आरोपी की खोजबीन के लिए पास में बन रहे उसके नये घर ला गया. वहां बैद्यनाथ महतो व उसके पुत्र जहर लाल महतो से जानकारी लेने पर पता चला कि संजय महतो वहां आया था, लेकिन निकल गया. इसके बाद बैद्यनाथ महतो ने आस-पास के करीब 20-30 लोगों को बुला लिया. पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए छापेमारी करने के लिए आने की बात ग्रामीणों को बतायी.
इसी बीच भीड़ में से किसी ने जवान पंकज शुक्ला को पीछे से ईंट व पत्थर से मार दिया. वहीं उमाशंकर व उद्धम सिंह को डंडे से पीटकर घायल कर दिया. टीम में शामिल सभी पर हमला कर घायल कर दिया गया. गांव से निकल जाने को कहा गया. अन्यथा जान से मारने की धमकी दी गयी. इसी बीच ग्रामीणों ने भुजाली दिखाकर उद्धम सिंह को करीब 100 मीटर तक घसीटकर ले गये. साथ ही वर्दी भी फाड़ दिया.
भीड़ का लाभ उठाकर विकास भी फरार हो गया. इसी बीच भीड़ में से किसी ने राजीव का नाम लेकर उसे भागने मत दो कहा. हालांकि इस बीच पुलिस की टीम किसी तरह जान बचाकर बाघमुंडी थाना पहुंची और घटना की जानकारी दी. साथ ही वरीय पदाधिकारियों को सूचित किया. मामले में माहथा के बयान पर बैद्यनाथ महतो, राजीव समेत 20-30 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.