जमशेदपुर में यातायात व्यवस्था बेहाल, छह साल में बढ़ीं 3 लाख 27 हजार से अधिक गाड़ियां
शहर में नयी सड़क नहीं बनी है. दो साल में करीब पांच किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण किया गया है. लेकिन चार मुख्य सड़कों को बंद किया जा चुका है.
ब्रजेश सिंह, जमशेदपुर
जमशेदपुर में गाड़ियों की बढ़ती संख्या यातायात व्यवस्था के लिए समस्या बन चुकी है. लोग लगातार गाड़ियां खरीद रहे हैं. इसके मुकाबले पार्किंग की व्यवस्था और सड़कों का चौड़ीकरण नहीं हो सका है. वित्तीय वर्ष 2018-2019 से लेकर वर्ष 2023-2024 (अक्तूबर तक) छह वित्तीय वर्ष में 3 लाख 27 हजार 860 नयी गाड़ियां सड़कों पर आयी हैं. इनमें निजी वाहन 3 लाख 437 हैं. वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-2024 में अप्रैल से अक्तूबर माह तक 4,355 नये व्यावसायिक वाहन सड़कों पर आये. 31,850 नये गैर व्यावसायिक वाहनों की खरीद हुई है. इनमें दोपहिया वाहन 26,404 हैं.
सिर्फ पांच किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण हो पाया, कई सड़कें हुईं बंद
शहर में नयी सड़क नहीं बनी है. दो साल में करीब पांच किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण किया गया है. लेकिन चार मुख्य सड़कों को बंद किया जा चुका है. इसका असर शहर की यातायात व्यवस्था पर पड़ा है.
सड़कों को लेकर कई परियोजनाएं लंबित
सड़कों को लेकर कई परियोजनाएं लंबित पड़ी हुई हैं. टाटा स्टील ने इस्टर्न और वेस्टर्न कोरिडोर की योजना बनायी थी. इस्टर्न कोरिडोर के तहत स्टेशन से लेकर एग्रिको होते हुए फ्लाइओवर बनाना था. टिमकेन के पीछे से पुल का निर्माण होना था. यह अधूरा रह गया. इसके अलावा एनएमएल चौक से भिलाईपहाड़ी, हुरलुंग से गालूडीह के अलावा गोविंदपुर में बाहर ही बाहर जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है.
यातायात पुलिस काफी कम
यातायात को रेगुलेट करने के लिए यातायात पुलिस के पास जवानों की काफी कमी है. जिले में करीब 30 पदाधिकारी और 75 ट्राफिक पुलिस के जवान हैं. यह वर्तमान में यातायात व्यवस्था की देखरेख कर रहे हैं.
गाड़ियों की बढ़ी संख्या एक नजर में :
वित्तीय वर्ष-व्यावसायिक वाहन-गैर व्यावसायिक वाहन-कुल योग
2018-2019–6191—–73127—-79318
2019-2020—5353—-55031—60384
2020-2021—2169—-47120—49289
2021-2022—3254—43408—-46662
2022-2023—6101—-49901—56002
2023-2024 (अप्रैल से अक्तूबर तक)—4355—–31850—-36205
कुल छह साल—27423—–300437—327860
गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन करना विभाग का काम है. नयी गाड़ियों की संख्या रोजाना बढ़ रही है. यातायात दुरुस्त करने की जिम्मेदारी यातायात पुलिस की है. लिहाजा, गाड़ियों को नियंत्रित करने का काम सरकारी एजेंसियों द्वारा किया जाता है.
धनंजय, डीटीओ
यातायात को दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. कई सड़कों को वन वे किया जा रहा है. सभी बारीकियों को समझते हुए कदम उठाया जा रहा है.
अनिमेश गुप्ता, डीएसपी ट्रैफिक