रेल दुर्घटना के बाद के हालात को संभालने के लिए ट्रेन चालकों को दी गयी ट्रेनिंग
आद्रा, रांची, बोकारो, चक्रधरपुर, झारसुगुड़ा, डांगवापोसी, खड़गपुर, सांतरागाछी और हावड़ा से प्रशिक्षण लेने पहुंचे चालक
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
रेल दुर्घटना होने पर रेल प्रबंधन द्वारा नागरिक सुरक्षा के लिए 12 प्रकार की सेवाएं सक्रियता से करने होते हैं. इन सभी का प्रशिक्षण सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर और उनकी टीम द्वारा लोको पायलट प्रशिक्षण केंद्र टाटानगर में रेल चालकों को दिया गया. टाटानगर रेल सिविल डिफेंस द्वारा दक्षिण पूर्व रेलवे के विभिन्न मंडलों आद्रा, रांची, बोकारो, चक्रधरपुर, झारसुगुड़ा, डांगवापोसी, खड़गपुर, सांतरागाछी और हावड़ा से प्रशिक्षण के लिए उपस्थित चालक दल को बताया गया कि नागरिक सुरक्षा के लिए आवश्यक सेवाएं हेडक्वार्टर सर्विस, वार्डन सर्विस, कम्युनिकेशन सर्विस, कैजुअल्टी सर्विस, फायर फाइटिंग सर्विस आदि देने के कार्य करने होते हैं. इसका संक्षिप्त प्रशिक्षण सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार द्वारा पीपीटी के माध्यम दी गयी. साथ ही चालक दल को घटनास्थल पर एक या दो व्यक्ति द्वारा घायल पीड़ितों को ट्रांसपोर्टिंग करने की इमरजेंसी विधि बताई गयी. फायर सर्विस की लाइव प्रशिक्षण सिविल डिफेंस डेमोस्ट्रेटर अनिल कुमार सिंह और शंकर कुमार प्रसाद अग्निशामक यंत्र का उपयोग विधि और सावधानियां मैन मेड स्ट्रेचर विधि का प्रदर्शन करते हुए बताया. इस मौके पर अनामिका मंडल, तेजीता दास द्वारा प्राथमिक उपचार करने की विधि प्रदर्शित की गयी. प्रशिक्षण कार्यक्रम में दक्षिण पूर्व रेलवे के 300 लोको पायलट उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है