श्याम झा, जमशेदपुर
घाघीडीह और साकची जेल में बंदियों का इलाज अब टेली मेडिसिन के जरिये शुरु किया गया है. इसके तहत सदर अस्पताल के दो डाक्टरों को नियुक्त किया गया है. टेली मेडिसिन के जरिये डॉक्टर जेल में बंद बंदियों से तबीयत की जानकारी लेने के बाद उन्हें दवा दिया जा रहा है. इसके अलावा उचित सलाह भी डॉक्टरों द्वारा दिया जा रहा है. प्रथम चरण में धाघीडीह केंद्रीय कारा व साकची जेल में इसकी शुरुआत की गयी है. पिछले दो दिनों में करीब एक दर्जन से ज्यादा बंदियों का टेली मेडिसिन के जरिये इलाज किया गया है. जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जेल में टेली मेडिसिन की शुरुआत की गयी है. सदर अस्पताल में टेली मेडिसिन का मॉनिटरिंग ऑफिसर डॉ राजीव शर्मा को बनाया गया है. जानकारी के अनुसार टेली मेडिसिन में अस्पताल में डॉक्टर के अलावा जेल में स्पॉक पर्सन की नियुक्ति करना है. स्पोक्स पर्सन द्वारा बंदी की तबीयत की स्थिति डॉक्टर से शेयर करने के बाद डॉक्टर द्वारा उचित दवा व सलाह दी जायेगी. जानकारी के अनुसार जेल में डॉक्टरों की कमी के कारण समस्या उत्पन्न हो रही है. इस कारण बंदियों का इलाज के लिए यह सुविधा शुरु की गयी है.घाटशिला जेल में भी जल्द होगी शुरुआत
टेली मेडिसिन की शुरुआत जल्द ही घाटशिला जेल में भी की जायेगी. घाटशिला जेल को अनुमंडल अस्पताल से जोड़ा जायेगा. वहां भी टेली मेडिसिन के जरिये बंदियों का इलाज किया जायेगा.कोट –
घाघीडीह व साकची जेल में टेली मेडिसिन के तहत बंदियों का इलाज शुरु किया गया है. जल्द ही घाटशिला जेल में भी इसकी शुरुआत की जायेगी.– जुझार मांझी, सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूमB
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