देश में तेजी से बढ़ रहा जेंडर बदलवाने का ट्रेंड : डॉ संजय पांडे

देश में जेंडर बदलवाने का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ा है. इसमें महिला से पुरुष बनने की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 22, 2024 1:01 AM

महिला से पुरुष बनने वालों की बढ़ी संख्या

जमशेदपुर :

देश में जेंडर बदलवाने का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ा है. इसमें महिला से पुरुष बनने की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ी है. उक्त बातें रविवार को गोलमुरी स्थित होटल ताज विवांता में झारखंड यूरोलॉजी सोसाइटी के पांचवें वार्षिक अधिवेशन के समापन समारोह में मुंबई के लीलावती अस्पताल से आये यूरोलॉजिस्ट डॉ. संजय पांडे ने कही. उन्होंने कहा कि अब देश के कई राज्यों में जेंडर चेंज यानी लिंग परिवर्तन होने लगा है. इसके लिए 18 से 32 वर्ष की उम्र के मरीज सबसे ज्यादा पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी ट्रांसजेंडर अपना लिंग बदलवा सकता है. महिला से पुरुष और पुरुष से महिला बन सकता है. हालांकि, अभी महिला से पुरुष बनने की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जेंडर चेंज करवाने वाली महिला या पुरुष बच्चे पैदा नहीं कर सकते. पुरुष से महिला की सर्जरी एक ही चरण में पूरी हो जाती है. इसके सर्जरी पर तीन से पांच घंटे का समय लगता है. वहीं, महिला से पुरुष की सर्जरी में अधिक समय लगता है. इसमें पहले महिला के अंग हटाने पड़ते हैं, उसके बाद नये अंग बनाते हैं. यह सर्जरी तीन चरणों में होती है.

हजारीबाग में होने वाले कॉन्फ्रेंस के लिए डॉक्टर सत्यजीत को सचिव बनाया गया है. इस दौरान सेमिनार के आयोजन समिति के सचिव डॉक्टर संजय जौहरी, डॉक्टर हरप्रीत सिंह, डॉक्टर डीके मिश्रा, डॉक्टर चंपई सोरेन, डॉक्टर अंशु अग्रवाल, डॉक्टर हिमांशु शेखर सहित अन्य उपस्थित थे.

सीनियर चिकित्सकों ने साझा किये अपने अनुभव

कांन्फ्रेंस के आयोजन समिति के सचिव डॉक्टर संजय जौहरी ने कहा कि इसमें देशभर से कुल 68 विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हुये. इस दौरान यूरोलॉजी से संबंधित सभी तरह की सर्जरी व नये तकनीक से हो रहे इलाज को लेकर सीनियर चिकित्सकों ने अपने-अपने अनुभव साझा किये. इससे जूनियर चिकित्सकों को काफी कुछ सीखने को मिला. लेजर सर्जरी, लेप्रोस्कोपी सर्जरी, रोबोटिक सर्जरी काफी लाभदायक साबित हो रहा है. इस दौरान 12 डॉक्टरों ने अपना पेपर प्रस्तुत किया, वहीं प्रोस्टेट कैंसर को लेकर डॉक्टरों ने इसके इलाज पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि पूरे झारखंड व बिहार में रोबोटिक सर्जरी नहीं होती है. इसके होने से लोगों को काफी लाभ होगा.

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