ट्राइबल बुक फेयर का समापन, 21 लाख का हुआ कारोबार

जमशेदपुर के करनडीह दिशोम जाहेरथान प्रांगण में तीन दिवसीय ट्राइबल बुक फेयर का आयोजन किया गया. रविवार को समापन समारोह का आयोजन हुआ. मेले में करीब 21 लाख का कारोबार हुआ

By Prabhat Khabar News Desk | March 31, 2024 8:54 PM

वरीय संवाददाता, जमशेदपुर

करनडीह दिशोम जाहेरथान कैंपस में आयोजित तीन दिवसीय ट्राइबल बुक फेयर का रविवार को समापन हो गया. इसका आयोजन जाहेरथान कमेटी, दिशोम जाहेर करनडीह एवं ऑल इंडिया ट्राइबल बुक सेलर एंड पब्लिशर्स वेलफेयर फोरम के सहयोग से किया गया. समापन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता वीरप्रताप मुर्मू एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में साहित्यकार पीतांबर हांसदा, साहित्यकार जोबा मुर्मू, पब्लिशर्स वेलफेयर फोरम के कालीपोदो हेंब्रम व शिक्षक फागू टुडू मौजूद थे. वहीं सम्मानित अतिथि के रूप में पूर्व सांसद झारखंड आंदोलनकारी शैलेंद्र महतो भी पहुंचे थे. वीरप्रताप मुर्मू ने कहा कि पुस्तक मेले का आयोजन नियमित अंतराल पर होते रहना चाहिए. क्योंकि यह साहित्यिक जगत के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है. साहित्य के माध्यम से समाज की विभिन्न पहलुओं, संवेदनाओं, और विचारों को बयां किया जा सकता है. पुस्तक मेले के द्वारा लेखकों को अपने काम को लोगों के सामने पेश करने का अवसर मिलता है. जिससे सामाजिक विचारों और विचारधाराओं में विविधता आती है. उन्होंने कहा कि इन मेलों में विभिन्न प्रकार की पुस्तकें, जैसे कि कहानियां, कविताएं, उपन्यास, अनुवादित कृतियां और विशेषज्ञों द्वारा लिखी गयी गैर-कथनीय पुस्तकें उपलब्ध होती हैं. ये मेले साहित्यिक और बुद्धिजीवी समृद्धि को बढ़ावा देते हैं और विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा करने का मंच प्रदान करते हैं. इसके अलावा ऐसे मेलों से पुस्तक प्रेमियों को विभिन्न प्रकार की पुस्तकें प्राप्त करने का अवसर मिलता है. जो उनकी सोच और ज्ञान को विस्तारित करती हैं

पुस्तक प्रेमियाें ने दिखाया उत्साह

पुस्तक मेले में करीब 21 लाख का कारोबार हुआ. जाहेरथान कमेटी के रवींद्र मुर्मू ने बताया कि कमेटी की ओर से पहली बार ट्राइबल बुक फेयर का आयोजन किया गया था. उम्मीद नहीं था कि बुक फेयर को सफलता मिलेगी. लेकिन तपती धूप के बावजूद पूरे कोल्हान से साहित्य प्रेमी व छात्र ट्राइबल बुक फेयर में आये और जमकर खरीदारी की. विभिन्न कॉलेज में पठन-पाठन कर रहे छात्रों को इस मेले का काफी लाभ मिला है. अगली बार तीन नहीं सात दिवसीय पुस्तक मेले का आयेाजन किया जायेगा.

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