Jamshedpur news.
जिले के डीसी अनन्य मित्तल ने ब्लड कैंसर की बीमारी से जूझ रहे जेम्को महानंद बस्ती के जुड़वा बच्चों के इलाज के लिए सिविल सर्जन को सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया हैं. पैसे के अभाव में सीएमसी वेल्लोर में इलाज नहीं होने का मामला प्रभात खबर में प्रकाशित होने पर डीसी ने मामले में संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए पहल करने को कहा है. डीसी के आदेश पर सिविल सर्जन डॉ साहिर पॉल ने बच्चों के पिता आस्तिक प्रमाणिक को इलाज के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने के लिए पत्र दिया है. ताकि सरकारी मदद के लिए प्रक्रिया को शुरू की जा सके. प्रशासन के बुलावे पर बच्चे के चाचा राजू प्रमाणिक ने पत्र रिसीव किया. उन्होंने मंगलवार को तमाम कागजात जमा करने की बात कहीं. परिजनों ने डीसी को पत्र देकर सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया था. पूर्व में आदित्य प्रमाणिक के इलाज के लिए 3 लाख 75 हजार रुपये जिला स्तर से मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत सीएमसी वेल्लोर को उपलब्ध कराया गया. अब आस्तिक प्रमाणिक के दूसरे पुत्र आयुष प्रमाणिक के इलाज के लिए पुनः उक्त योजना के तहत अनुदान राशि के लिए आवेदन देने को कहा है. ताकि जिला स्तरीय मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच की जा सके. मालूम हो कि मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत असाध्य रोगियों के इलाज के लिए सहायता राशि उपचार करने वाले अस्पताल को उपलब्ध कराया जाता है. आइये इस अभियान का बनते हैं हिस्साआइये इस अभियान का हिस्सा बनते हैं. आपकी सहायता से दो छोटे बच्चों को नयी जिंदगी मिलेगी. संपूर्ण जानकारी के लिए आस्तिक प्रमाणिक के मोबाइल नंबर 72819- 69289 पर भी आप संपर्क कर सकते हैं. पे फोन पर सहयोग राशि भेज सकते हैं. इसके अलावा (Account no. 598218210001859. IFSC Code : BKID0005982) पर सहयोग की राशि भेज सकते हैं. शहरवासियों की पहल से बच्चों के इलाज के लिए एक लाख रुपये का फंड जमा हो गया है. बच्चे का इलाज सीएमसी वेल्लोर में चल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है