होटवार जेल से प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह नयन सिंह गिरोह के नाम से मांगते थे रंगदारी, नहीं देने पर करवाते थे फायरिंग
गोलमुरी के शर्मा फर्नीचर दुकान और बिरसानगर के एचबीसीएल कोचिंग सेंटर पर फायरिंग मामले में पुलिस ने बर्मामाइंस के राहुल सिंह और ईस्ट प्लांट बस्ती के जे.राहुल को गिरफ्तार किया है.
गोलमुरी के शर्मा फर्नीचर और बिरसानगर के कोचिंग सेंटर पर फायरिंग मामले में दो गिरफ्तार, हथियार बरामद
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर :
गोलमुरी के शर्मा फर्नीचर दुकान और बिरसानगर के एचबीसीएल कोचिंग सेंटर पर फायरिंग मामले में पुलिस ने बर्मामाइंस के राहुल सिंह और ईस्ट प्लांट बस्ती के जे.राहुल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों के पास से चोरी की एक बाइक, देसी कट्टा, जिंदा चार गोली और दो मोबाइल बरामद किया है. जिस बाइक से फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था वह चोरी की है. बाइक साकची से चोरी की गयी थी. बाइक के सीट के नीचे से ही पुलिस ने हथियार और जिंदा गोली बरामद किया है. इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल है. जिसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. दोनों अपराधी नयन सिंह गिरोह के है. नयन सिंह गिरोह का संचालन रांची होटवार जेल में बंद दलबीर सिंह बीरे हत्याकांड का सजायाफ्ता प्रकाश मिश्रा और उपेंद्र सिंह हत्याकांड का आरोपी सोनू सिंह है. दोनों जेल से ही नयन सिंह गिरोह का गठन कर उसका संचालन करते है. दोनों के कहने पर ही दोनों जगह फायरिंग की गयी थी. उक्त जानकारी सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने गुरुवार को एसएसपी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर दी.
प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह के निशानदेही पर चलायी थी गोली :
सिटी एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि होटवार जेल में बंद प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह ने नयन सिंह नाम से गिरोह बनाया था. सोनू ही नयन सिंह के नाम से फोन पर रंगदारी की मांग करता था. जब रंगदारी देने से कारोबारी मना करते थे तो प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह गिरोह के सदस्यों फायरिंग करने का आदेश देते थे. उसके बाद गिरोह में शामिल अपराधी फायरिंग की घटना को अंजाम देते थे.गिरफ्तार आरोपी राहुल का भाई है सोनू सिंह :
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार राहुल सिंह उपेंद्र सिंह हत्याकांड के आरोपी साेनू सिंह का भाई है. सोनू सिंह को जे राहुल ने अपने नाम पर सिम कार्ड निकाल कर दिया है. उस सिम कार्ड के द्वारा ही सोनू और प्रकाश मिश्रा शहर के कारोबारी को वाट्सएप कॉलिंग, वर्चुवल काॅलिंग कर रंगदारी की मांग करते थे. गिरोह के सदस्य शहर के अपराधियों की गतिविधियों के बारे में प्रकाश और सोनू को जानकारी देते थे. उनकी आमदनी के बारे में भी बताते थे. उसके बाद जेल से प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह फोन कर कारोबारी से रंगदारी की मांग करते थे.
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