चुनाव की जगह मनोनयन की प्रक्रिया से कर्मचारियों में नाराजगी वरीय संवाददाता , जमशेदपुर टीआरएफ लेबर यूनियन की नयी कार्यकारिणी में पुरानी यूनियन के एक पदाधिकारी और एक कमेटी मेंबर को इस बार जगह नहीं मिली. पुरानी कमेटी में मशीन शॉप से मनोज सिंह यूनियन के सहायक कोषाध्यक्ष और सिक्यूरिटी विभाग से पदमजीत सिंह कमेटी मेंबर थे. नयी कमेटी में सिक्यूरिटी विभाग के किसी कर्मचारी को जगह नहीं मिली. जबकि पिछली कमेटी में चुनाव हारे धर्मेंद्र कुमार सिन्हा और उन्हें हराने वाले सुशील कुमार जगह पाने में सफल रहे. दोनों एक ही निर्वाचन क्षेत्र से आते हैं. अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय ने शनिवार को पदाधिकारियों तथा कमेटी मेंबरों के नामों की घोषणा की थी. अध्यक्ष की घोषणा के बाद कमेटी मेंबरों में नाराजगी दिख रही है. संजय कुमार पहले यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट थे. नयी कमेटी में डिप्टी प्रेसिडेंट बनाये गये, जबकि वरीयता के अनुसार वे महामंत्री पद के दावेदार थे. अंजनी कुमार कभी चुनाव नहीं जीते हैं. पिछली कमेटी में सहायक सचिव बने थे. इस बार महामंत्री मनोनीत किये गये हैं. बेबी कुमारी पिछली कमेटी में मेंबर थी. पहली बार उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है. नवीन कुमार पहले कोषाध्यक्ष थे. नयी कमेटी में उन्हें सहायक सचिव मनोनीत किया गया है. मनीष कुमार को नयी कमेटी में पहली बार जगह मिली और सहायक सचिव मनोनीत होने में सफल रहे. प्रिया महतो भी पहली बार कोषाध्यक्ष बनायी गयी. जबकि जयपाल सिंह मुंडा सीनियर मेंबर थे,लेकिन उन्हें सहायक कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया. सुशील कुमार दूसरी बार और धर्मेंद्र कुमार, राजीव कुमार, सुब्रतो देव, रवि कुमार पहली बार कमेटी मेंबर मनोनीत किये गये हैं. राजीव कुमार के पिता इंद्रजीत सिंह भी टीआरएफ यूनियन के ऑफिस बियरर रह चुके हैं. इंद्रजीत सिंह विधायक के टेल्को के उद्योग प्रतिनिधि भी हैं. चुनाव की जगह मनोनयन की प्रक्रिया से कर्मचारियों में नाराजगी है कि उनके नेतृत्व को नयी कार्यकारिणी में उचित जगह नहीं मिली. हालांकि एजीएम में सदस्यों ने अध्यक्ष को नयी कमेटी गठित करने की जिम्मेदारी सौंपी थी.
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