बर्मामाइंस का अर्बन हेल्थ वेलनेस सेंटर खुद है बीमार, आज तक नहीं मिला बिजली कनेक्शन

पांच माह से डॉक्टरों को वेतन नहीं, हर दिन 15-20 मरीजों की होती केंद्र में जांच, जुलाई तक 2100 मरीजों का हो चुका है इलाज

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2024 6:05 PM

श्रुति लाल सिंह, जमशेदपुर

बर्मामाइंस स्थित स्वास्थ्य केंद्र गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है. शहर के बीचो-बीच बने इस स्वास्थ्य केंद्र में बिजली का कनेक्शन आज तक नहीं दिया गया है. डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टॉफ के अलावा दूर-दराज से आनेवाले मरीजों को बिना बिजली के ही रहना पड़ता है. भीषण गर्मी में बिना बिजली के काम करना न केवल डॉक्टरों और नर्सों के लिए कठिन हो गया है, बल्कि स्वास्थ्य की जांच करवाने आने वाले मरीजों के लिए भी यह स्थिति बेहद असहज है.जमशेदपुर अक्षेस के अधीन चलने वाले अर्बन हेल्थ वेलनेस सेंटर में हर दिन 15-20 मरीज अपना इलाज कराने व डॉक्टरी परामर्श लेने के लिए आते हैं. जनवरी से जुलाई तक 2100 से अधिक मरीजों का इलाज यहां हो चुके हैं. इलाज के साथ-साथ जरूरी दवाएं भी मरीजों को मुफ्त में प्रदान की जाती हैं. अक्षेस से मिली जानकारी के अनुसार वहां नियुक्त मेडिकल स्टॉफ को एकबारगी भुगतान कर दिया जाता है.मालूम चला है कि स्वास्थ्य केंद्र में बिजली नहीं होने के कारण पानी का कनेक्शन भी उपलब्ध नहीं है, जिससे उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार मरीज के उल्टी या दस्त करने पर अस्पताल की स्थिति बेहद भयावह हो जाती है. पानी न होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र को साफ रखने में भी मुश्किलें आ रही हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों से पानी मंगवाकर सफाई की जाती है. कई बार आपातकालीन स्थिति में भी बिजली न होने के कारण सही समय पर इलाज नहीं हो पाता, जिससे मरीजों की जान पर भी बन आती है.

इस स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डॉक्टर्स, नर्स और स्टाफ को पिछले चार से पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. वेतन न मिलने से इन कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है. उन्हें अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ रहा है. वेतन नहीं मिलने के बावजूद ये कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं, लेकिन यह स्थिति ज्यादा दिनों तक अब नहीं चलने वाली है.

———–बिजली नहीं होने के कारण पानी का कनेक्शन भी उपलब्ध नहीं हो पाया है, जिससे अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पानी न होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र को साफ रखने में भी मुश्किलें आ रही हैं.

डॉक्टर बलराम मुर्मू

——-बिजली नहीं होने से काफी परेशानियां होती हैं. हाथ पंखे से काम चलाना पड़ता है. इस भीषण गर्मी में खिड़की से आने वाली थोड़ी सी हवा ही राहत देती है. बिजली नहीं होने के कारण फाइल में इंट्री करनी पड़ती है. कंप्यूटर है, लेकिन बेकार. कंप्यूटर चलेगा, तो ऑनलाइन इंट्री होगी, मरीजों का डाटा बैंक तैयार हो पायेगा. प्रशासनिक कामकाज में सुविधा होगी.

इभा कुजूर, नर्स

———स्वास्थ्य केंद्र को सही ढंग से बनाया गया है, लेकिन बिजली न होने के कारण डॉक्टर, नर्स और स्टाफ को रो-रोकर काम करना पड़ता है. कई बार जुस्को से शिकायत की गयी है, लेकिन उनकी टीम सर्वे कर देख कर चली जाती है और कोई ठोस समाधान नहीं निकलता. स्थानीय प्रशासन को इस गंभीर समस्या का समाधान शीघ्रता से करना चाहिए. बिजली कनेक्शन प्रदान करने और कर्मचारियों के वेतन को नियमित करने से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और मरीजों की समस्याओं का समाधान भी हो सकेगा. जनता को भी इस मुद्दे पर जागरूक होकर प्रशासन से कार्रवाई की मांग करनी चाहिए, ताकि स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं बहाल हो सकें और सभी को बेहतर चिकित्सा सेवा मिल सके.

धर्मनाग, मुखिया

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