उत्तरकाशी रेस्क्यू ऑपरेशन सफल, सुरक्षित निकले झारखंड के सभी 15 मजदूर, सीएम हेमंत सोरेन ने किया हौसले को सलाम
उत्तरकाशी में तैनात झारखंड श्रम नियोजन विभाग के संयुक्त श्रमायुक्त सह जमशेदपुर के उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद ने बताया कि झारखंड के सभी 15 मजदूर सुरंग से सुरक्षित निकाल लिए गए हैं. इन मजदूरों को 24 घंटे डॉक्टर की निगरानी में रखा जाएगा. उसके बाद घर भेजा जाएगा.
जमशेदपुर, संजीव भारद्वाज: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा व डंडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा. 400 घंटे की जंग के बाद झारखंड के सभी 15 मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए हैं. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि 17 दिनों की जंग जीतक वीर श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल आए हैं. इनके हौसले के सलाम. इधर, उत्तरकाशी में तैनात झारखंड श्रम नियोजन विभाग के संयुक्त श्रमायुक्त सह जमशेदपुर के उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद ने बताया उत्तराखंड सुरंग से सभी मजदूर सुरक्षित निकाल लिए गए हैं. इन मजदूरों को 24 घंटे डॉक्टर की निगरानी में रखा जाएगा. उसके बाद ही मजदूरों को संबंधित राज्यों और बाद में जिले में भेजा जाएगा. आपको बता दें कि मजदूरों के सुरंग से सुरक्षित बाहर निकाले जाने के बाद परिजनों ने दिवाली मनायी और खुशी का इजहार किया. रांची के तीन, खूंटी के तीन, गिरिडीह जिले के बिरनी के दो, पश्चिमी सिंहभूम जिले से एक और पूर्वी सिंहभूम से छह मजदूर सुरंग में फंसे हुए थे.
हमारे 41 वीर श्रमिक उत्तराखण्ड में निर्माणाधीन सुरंग की अनिश्चितता, अंधकार और कपकाती ठंड को मात देकर आज 17 दिनों के बाद जंग जीतकर बाहर आये हैं। आप सभी की वीरता और साहस को सलाम।
जिस दिन यह हादसा हुआ उस दिन दीपावली थी, मगर आपके परिवार के लिए आज दीपावली हुई है। आपके परिवार और समस्त… pic.twitter.com/lOJNb6kC6D— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 28, 2023
पांच दिनों से तैनात हैं उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद
पांच दिनों से एकमात्र अकेले ही उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रह कर झारखंड श्रम नियोजन विभाग के संयुक्त श्रमायुक्त सह जमशेदपुर के उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद सुबह से लेकर शाम तक झारखंड के पन्द्रह कर्मवीरों की कुशलता की जानकारी लेकर वहां उपस्थित उनके परिजनों से मुलाकात कर उनका हौसला बनाए हुए हैं. प्रत्येक दिन वहां की वस्तुस्थिति की जानकारी श्रम विभाग के सचिव राकेश शर्मा को दे रहे हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवगत करा रहे हैं और आगे का दिशा-निर्देश प्राप्त कर अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं.
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स्वास्थ्य जांच के भेज दिए जाएंगे घर
सुरंग में फंसे सभी कर्मवीरों को सुरक्षित बाहर निकलने के बाद कर्मवीरों का स्वास्थ्य जांच कर सही सलामत उन्हें कुशलतापूर्वक परिजनों के साथ घर वापस भेज दिया जाएगा.
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झारखंड के सभी 15 मजदूर निकाले गए सुरक्षित
उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा व डंडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में झारखंड से 15 मजदूर फंसे हुए थे. सुरक्षित बाहर निकलते ही परिजनों ने राहत की सांस ली. रांची, खूंटी, गिरिडीह, पूर्वी सिंहभूम व पश्चिमी सिंहभूम जिले के मजदूरों की जान जोखिम में थी. कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. इससे परिजनों में बेहद खुशी है. उनके परिजनों को उनके सुरक्षित बाहर निकलने का बेसब्री से इंतजार था. सभी उनकी एक झलक पाने को बेताब थे. जानकारी के अनुसार रांची के तीन, खूंटी के तीन, गिरिडीह जिले के बिरनी के दो, पश्चिमी सिंहभूम जिले से एक और पूर्वी सिंहभूम से छह मजदूर सुरंग में फंसे हुए थे.
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झारखंड के 15 मजदूरों के ये हैं नाम
रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया एवं सुकराम बेदिया सुरंग में फंसे थे. गिरिडीह जिले के बिरनी के सुबोध वर्मा व विश्वजीत वर्मा, खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गुमडू गांव निवासी विजय होरो, डुमारी गांव निवासी चमरा उरांव एवं मदुगामा गांव निवासी गनपाईत होरो, पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर प्रखंड के चेलाबेड़ा गांव का महादेव नायक एवं पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया प्रखंड के मानिकपुर गांव के रवींद्र नायक, रंजीत लोहार, गुणाधर नायक, बांकीशोल गांव का समीर नायक, कुंडालुका गांव का भुक्तु मुर्मू और डुमरिया गांव का टिंकु सरदार शामिल हैं.