दक्षिण पूर्व रेलवे के लिए सितंबर महीना काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है. सब कुछ ठीक रहा, तो टाटानगर से बनारस तक की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सितंबर माह में शुरू हो जाएगी. लोगों को यह सौगात सितंबर के मध्य के बाद कभी भी मिल सकती है. इसे लेकर सर्वेक्षण किया जा चुका है. बस इस बात को लेकर एक सर्वे किया जा रहा है कि आखिर उसी दिन सारा रैक वापस आ सकेगा या नहीं. ट्रेन की टाइमिंग भी जांची-परखी जाएगी.
बताया जा रहा है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन टाटा से बनारस के बीच 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली है. इस ट्रेन के संचालन की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. डीआरएम के स्तर पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी गयी है कि इस ट्रेन के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है.
वहीं, ट्रायल रन हो जाने के बाद नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी में तेजस का डिब्बा लगाकर दौड़ाने की तैयारी की गई है. ट्रायल हो चुका है. रैक का इंतजार है. पर्याप्त व्यवस्था खड़ी होते ही सितंबर माह से यह रेगुलर शुरू कर दिया जायेगा. इसे लेकर तैयारी की गई है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर कोई कुछ जानकारी देने से बच रहा है.
विकास कार्य को लेकर कई ट्रेनें प्रभावित
उधर, दक्षिण पूर्व रेलवे में कई जगहों पर होने वाले काम के कारण कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है. इससे यात्री परेशान रहे. इसके तहत संतरागाछी से रानीकमलापति एक्सप्रेस को री-शेड्यूल किया गया. हावड़ा स्टेशन के पास लाइट सिग्नल में होने वाले बदलावों और विकास के काम के कारण चक्रधरपुर आद्रा-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन संतरागाछी तक ही चली.
वहीं, जगदलपुर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन भी संतरागाछी तक ही चली. हावड़ा-पुणे दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन को भी री-शेड्यूल किया गया. इसी तरह खुर्दा रोड डिवीजन में होने वाले काम के कारण पुरी-जलेश्वर पैसेंजर ट्रेन को कटक तक ही चलाया गया. हावड़ा डिवीजन में होने वाले काम के कारण कन्याकुमारी-डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी-सिकंदराबाद एक्सप्रेस ट्रेन को डायवर्ट करना पड़ा.