हरबे-हथियार से लैस कई गांव के ग्रामीणों ने घेरा मानगो वन विभाग कार्यालय, किया जोरदार प्रदर्शन

वन क्षेत्र के सैकड़ों लोग मंगलवार को हरबे-हथियार के साथ मानगो स्थित वन विभाग के कार्यालय पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया. लोग पारंपरिक हथियारों के साथ-साथ झंडा और बैनर लेकर भी पहुंचे थे.

By Prabhat Khabar News Desk | July 2, 2024 7:46 PM

जंगली सुअर का शिकार करने के मामले में ग्रामीण को जेल भेजने का विरोध

वनकर्मियों और अधिकारियों की संपत्ति की जांच सीबीआई से कराने की मांग की

जमशेदपुर :

दलमा वन क्षेत्र के वन कर्मियों द्वारा नीमडीह प्रखंड के चेलियामा पंचायत के बांधडीह गांव के आदिवासी डाढू सिंह को जंगली सूअर का शिकार करने के मामले में जेल भेजने का मामला गरमा गया है. वन क्षेत्र के सैकड़ों लोग मंगलवार को हरबे-हथियार के साथ मानगो स्थित वन विभाग के कार्यालय पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया. लोग पारंपरिक हथियारों के साथ-साथ झंडा और बैनर लेकर भी पहुंचे थे. लोगों ने वन विभाग के कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की. लोगों ने वहां मौजूद वन पदाधिकारी दिनेश चंद्रा को एक ज्ञापन सौंपा. इन लोगों का कहना था कि दलमा के आसपास रहने वाले आदिवासी और जंगल पर निर्भर हैं. लेकिन अब वन विभाग उनके खिलाफ ही कदम उठा रही है. दलमा के आसपास के गांव नीमडीह और चांडिल (सरायकेला खरसावां जिला), बोड़ाम, पटमदा और एमजीएम थाना क्षेत्र (तीनों पूर्वी सिंहभूम जिला) के ग्रामीणों ने वन विभाग के कार्यालय के समक्ष दलमा वन क्षेत्र प्रभावित संघर्ष समिति के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया.

ग्रामीणों ने की ये मांग

वन विभाग के कार्यालय का घेराव कर रहे लोगों ने ज्ञापन सौंपकर वनकर्मियों और अधिकारियों की संपत्ति की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. साथ ही जंगली हाथी द्वारा किसानों की फसल बर्बाद करने पर एक लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा, जान जाने की स्थिति में मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, वन क्षेत्र में ग्रामीणों के जानवरों को चरने का अधिकार देने, वन क्षेत्र के अंदर के सरना स्थल, मंदिर, श्मशान, कब्रिस्तान आदि सार्वजनिक स्थल पर वन विभाग द्वारा छेड़छाड़ बंद करने, माकुलाकोचा हिरण पार्क चेक नाका में दोपहिया और चारपहिया वाहन पर टैक्स वसूली बंद करने की मांग की. साथ ही कहा कि जंगल में सड़क मरम्मत कार्य बंद किया जाये, क्योंकि यहां पेड़ों को नुकसान होता है. वन विभाग के अधिकारियों ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद सभी लोग वापस लौट गये.

मानगो पुल तक लगा जाम

इस आंदोलन के कारण मानगो गोलचक्कर से लेकर पुल तक जाम लग गया था. पारडीह रोड पर आंदोलन हुआ. पारडीह रोड पर जाम लगा, जबकि डिमना रोड में भी गाड़ियां रेंगती रही. करीब दो घंटे बाद आवागमन सामान्य हो सका.

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