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झारखंड का ऐसा गांव जहां पर लोग नाले में नहाने को हुए मजबूर, कुछ समय पहले यहां 16 लोगों को हुआ था चेचक

पेयजल नल के पास गंदगी का अंबर लगा हुआ है. जिसके कारण वहां चेचक फैल गया था. मेडिकल टीम की जांच में 16 लोगों में चेचक हो गया था. अभी उन सभी की स्थिति ठीक है.

Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर में एक ऐसा गांव है जहां लोग पानी की कमी के कारण नाली में नहाने को विवश हैं. ये कहानी जमशेदपुर के सुंदरनगर से पांच किमी दूर स्थित रुगरीडीह गांव की है जहां अभी भी लोग कई मूलभूत समस्याओं से वंचित है. यहां के लोग नाले में नहाने में मजबूर है. जिसके कारण वहां कई प्रकार की बीमारी फैलती है. यहां 35 घर है, जिसमें 250 से ज्यादा लोग रहते हैं. पीने के पानी से लेकर नहाने तक की सुविधा नहीं है. आधा किलो मीटर जाकर गंदे नाला में कपड़ा धोने के साथ स्नान करते हैं.

इसके साथ ही पेयजल नल के पास गंदगी का अंबर लगा हुआ है. जिसके कारण वहां चेचक फैल गया था. मेडिकल टीम की जांच में 16 लोगों में चेचक हो गया था. अभी उन सभी की स्थिति ठीक है. नल का पानी रोड में बह रहा है. इसके साथ ही गांव के चारों ओर जंगल व झाड़ी होने के कारण मच्छर पैदा होते हैं.

जलमीनार का पानी बह रहा रोड पर

गांव में पानी निकासी की सबसे बड़ी समस्या है. आज तक नाली नहीं बनने के कारण जलमीनार का पानी रोड में ही बहता रहता है जिससे मच्छर पैदा हो रहे है. इसके साथ ही गंदगी के कारण आने-जाने में भी काफी परेशानी हो रही है. लोगों को आना जाना मुश्किल है. इसके साथ ही बिजली की समस्या लगातार बनी रहती है.

इलाज के लिए जाना पड़ता है सदर अस्पताल

ग्रामीणों ने बताया कि चार साल पहले यूसीआइएल की मेडिकल टीम हमेशा जांच के लिए गांव में आती थी लेकिन अब वह भी नहीं आ रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम कभी भी यहां नहीं आती है. अभी गांव में चेचक फैला है तो दो दिनों से मेडिकल टीम आयी. गांव में मुखिया के द्वारा तीन सोलर लाइट लगाया गया जिसमें दो चल रही है एक खराब हो गया है.

तीन चापाकल पर लगभग 250 लोग निर्भर

गांव में 250 लोगों के लिए पांच चापाकल है जिसमें एक साल से एक चापाकल खराब पड़ा हुआ है. एक जलमीनार लगा हुआ है जिसका पानी पीने के काम में नहीं है उससे घर का काम किया जाता है. वहीं नल के पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है.

गांव में पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य संबंधित कई समस्या है. इसको लेकर जिप सदस्य से मिलकर समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. लाइट जो खराब है उसके लिए जिला परिषद को बोला गया है.

उत्तम रजक, उप मुखिया, हितकू पंचायत

मेडिकल टीम नहीं आती है. छोटी-छोटी बीमारी को लेकर हम सभी को सदर अस्पताल जाना पड़ता है. या तो प्राइवेट में दिखाना पड़ता है. रात में अगर कोई बीमार हुआ तो सबसे ज्यादा परेशानी होती है.

हरि जनक, रूगरीडीह

बिजली की समस्या लगातार रहती है. यहां विभाग के द्वारा तार खिंच दिया गया है लेकिन उसमें आर्थिंग नहीं है. इसके साथ ही पानी की काफी दिक्कत है. नाला में नहाना पड़ता है.

श्रीनाथ रजक, रुगरीडीह

गांव में नाली नहीं है जिससे घर व चापाकल का पानी रोड में बहता है. इससे काफी परेशानी होती है. एक तो रोड खराब, दूसरा पानी बहने से दिक्क्त हो रही है. किसी भी जनप्रतिनिधि ने रोड व नाली नहीं बनाया.

राधा रजक, रुगरीडीह

गांव में कभी भी मेडिकल टीम नहीं आती है. सहिया आती है, तबीयत खराब होने के कारण वह अस्पताल भेजती है इससे लोगों को ज्यादा फायदा नहीं होता है. हम सभी को सदर अस्पताल जाना पड़ता है.

पारुल रजक, रुगरीडीह

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