Jamshedpur Weather News जमशेदपुर: आसमान से आग बरस रही है. सुबह नौ बजे की धूप ही चुभने लगती है. रविवार का दिन इस सीजन ही नहीं अब तक का सबसे गर्म दिन रहा. रविवार को शहर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. मौसम विभाग के पास वर्ष 1981 से अब तक के आंकड़े मौजूद हैं. इस साल को छोड़ दे तो अप्रैल माह में अब तक सर्वाधिक तापमान 26 अप्रैल 2009 के दिन अधिकतम 34.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था.
इस साल मौसम ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गर्मी से हर आम व खास परेशान हैं. रविवार की दोपहर में करीब तीन घंटे तक लू चली. इससे लोग परेशान रहे. रात का तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार आज भी तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहेगा. फिलहाल गर्मी से किसी प्रकार की राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.
जमशेदपुर: शहर व आसपास अचानक तेज गर्मी पड़ने और लू चलने से लोगों को अपने स्वास्थ्य की चिंता सताने लगी है. अगर इस गर्मी से बचाव को लेकर सावधानी नहीं बरती गयी तो कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. इस संबंध में एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर बलराम झा ने बताया कि गर्मी में डायरिया, फूड प्वाइजनिंग, तेज धूप व पसीने की वजह से लू लगने व डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है.
दूषित भोजन या पानी की वजह यह बीमारी होती है. गर्मी में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस तेजी से ग्रोथ करते हैं. शरीर के अंदर बैक्टीरिया, वायरस, टॉक्सिन चला जाये तो फूड प्वाइजनिंग हो सकता है.
लक्षण- पेट दर्द, जी मिचलाना, दस्त, बुखार, शरीर में दर्द, डायरिया, उल्टी
बचाव- रॉ मीट, खुले में बिक रहा खाना, ठंडा खाना, बासी खाना से बचे
दूषित पानी या जूस पीने से टायफाइड की बीमारी होती है. जब संक्रमित बैक्टीरिया पानी के साथ शरीर में प्रवेश कर जाता है तब टायफाइड के लक्षण दिखने लगते हैं.
लक्षण- तेज बुखार, भूख न लगना, पेट में तेज दर्द होना, कमजोरी महसूस होना
बचाव- बच्चों को टायफाइड वैक्सीन व दवाओं से इसका इलाज किया जाता है.
मीजल्स गर्मी में होने वाली एक सामान्य बीमारी है. जिसे रुबेला के नाम से भी जाना जाता है. यह चिकनपॉक्स की तरह फैलता है. यह पैरामाइक्सो वायरस से फैलता है जो गर्मी में सक्रिय होता है.
लक्षण- कफ, हाई फीवर, गले में दर्द, आंखों में जलन, शरीर पर सफेद दाने
बचाव- वैक्सीनेशन ही इसका बचाव है.
Posted By: Sameer Oraon