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Wedding Season: शादियों का सीजन शुरू, जमशेदपुर में बुजुर्गों के भरोसे चल रहा बैंड-पार्टी

Wedding season: शादियों का मौसम शुरू हो गया है. इस साल बैंड पार्टी मालिकों को लग्न से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन बैंड पार्टियों में युवाओं के नहीं आने से चिंतित भी हैं. इस पेशे में काम करने वाले अधिकतर लोग बूढ़े हो चुके हैं. जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2022 2:55 PM

Jamshedpur News: बैंड-बाजा के बगैर शादी-विवाह अधूरा सा लगता है. बैंड-बाजा से शादियों की रौनक बढ़ जाती है. शादियों का मौसम शुरू हो गया है. बैंड पार्टी मालिकों को इस वर्ष लग्न से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन बैंड पार्टियों में युवाओं के नहीं आने से चिंतित भी हैं. इस पेशे में काम करने वाले अधिकतर लोग बूढ़े हो चुके हैं. कइयों ने कोरोनाकाल में पेशा बदल लिया है. वे भी अब नहीं आना चाहते. ऐसे में बैंड पार्टी संचालकों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

बिहार से आते थे साज बजानेवाले

बैंड पार्टी के संचालक काशीडीह के अजय नाथ ने बताया कि जनवरी-फरवरी 2023 की बुकिंग अभी से चल रही है. लेकिन बैंड पार्टियों की हालत काफी खराब है. यहां साज बजानेवाले बिहार के समस्तीपुर, दरभंगा, छपरा, सीवान आदि जिलों से आते थे. अब वे लोग बहुत कम संख्या में आ रहे हैं. जो आ रहे हैं वे अब सीनियर सिटीजन हो गये हैं. उन्हीं के भरोसे बैंड पार्टी चल रही है. इसलिए अब वे लोग बंगाल से साज बजानेवालों को बुला रहे हैं. जमशेदपुर में करीब 95 प्रतिशत साज बजानेवाले लोग अब बंगाल से आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब नयी पीढ़ी के लोगों बैंड पार्टी में नहीं आ रहे हैं. इससे संकट बढ़ता जा रहा है. यही कारण है कि आजकल शादी-विवाह में डीजे और ढोल-तासा की मांग बढ़ रही है.

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बनारस से तैयार करवाते हैं रथ

असउद्दीन वारसी बताते हैं कि शादी में बैंड बाजा के साथ रथ की भी डिमांड रहती है. एक रथ 15 से 20 हजार रुपये तक में बुक होता है. यह मोटर चालित रथ बनारस से तैयार करवाया जाता है. इस तरह का रथ तैयार करने में करीब आठ से 10 लाख रुपये लगते हैं. बनारस में इसे बनाने के लिए मिर्जापुर से कारीगर बुलाये जाते हैं. इस तरह का रथ अल्युमीनियम सीट एवं लकड़ी पर नक्काशी कर तैयार किया गया है.

15% अधिक रेट पर हो रही बुकिंग

इस वर्ष बुकिंग अच्छी चल रही है. करीब-करीब सभी बुकिंग पूरी हो चुकी है. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष महंगाई के हिसाब से 15 प्रतिशत अधिक रेट पर बुकिंग हो रही है. हमलोग स्टाफ को लेकर खासे परेशान हैं, क्योंकि नयी पीढ़ी इस क्षेत्र में आना नहीं चाह रही है.

बैंड पार्टी में बढ़ा शेरवानी ड्रेस का कल्चर

साकची के मो आफताब ने बताया कि पहले की अपेक्षा अब ग्राहकों के व्यवहार में काफी बदलाव आया है. पहले ग्राहक बैंड पार्टी के लोगों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार नहीं करते थे. देर रात तक दरवाजा लगता था और देर रात तक बैंड बजवाते थे. लेकिन अब वैसा नहीं है. मो आफताब हाजी बताते हैं कि बैंड पार्टी में शेरवानी ड्रेस का कल्चर बढ़ा है. इससे बैंड पार्टी की रौनक बढ़ जाती है. हालांकि, इससे खर्च काफी बढ़ जाता है. हर साल स्टाफ के लिए कोलकाता से शेरवानी मंगवानी पड़ती है. बैंड पार्टी में जो भी नया प्रयोग होता है, वह मेरठ में होता है. मेरठ की बैंड पार्टियां नया-नया प्रयोग करती हैं और उसे नेट पर डाल देती हैं. उसे देखकर लोग यहां भी डिमांड करते हैं, जिसे हमलोगों को पूरा करना पड़ता है. उसके अनुसार ही रेट तय होता है. उन्होंने बताया कि जिस माह में लग्न कम हो, तो रेट बढ़ जाता है.

25 से 30 हजार रुपये में हो रही बुकिंग

शहर में वर्तमान बैंड पार्टी की बुकिंग 25 से 35 हजार रुपये में हो रही है. इसमें 20 से 25 लोग शामिल रहते हैं. साज बजानेवाले 11 लोग होते हैं, जबकि लाइटिंग के लिए 10 लोग रहते हैं. इसके अलावा एक टेंपो और कैसियो बजानेवाला होता है. जमशेदपुर में बैंड पार्टी का रेट काफी कम है.

छाता लाइट की खूब है डिमांड

बैंड पार्टी के साथ चलने वाली रंग-बिरंगी लाइट से सजे छाता की डिमांड काफी अधिक है. पहले मजदूरों द्वारा सिर पर लाइट लेकर चलने की परंपरा थी. लेकिन अब यह नहीं है. छाता लाइट की मांग खूब हो रही है. इसके अलावा नगाड़ा की डिमांड भी धीरे-धीरे बढ़ रही है. बैंड पार्टी में लोग एक से पांच नगाड़ा की डिमांड करते हैं.

बैंड पार्टियों में विभिन्न वादकों के रेट

  • पिनाट या फ्लूट वादक : 1500 से 2000 रुपये प्रतिदिन

  • अल्फूनियम वादक : 1000 से 1500 रुपये प्रतिदिन

  • नगाड़ा वादक : 1000 से 1500 रु प्रतिदिन

  • झुनझुना वादक एवं हेल्पर : 500 रुपये प्रतिदिन

रिपोर्ट : राजमणि सिंह, जमशेदपुर

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