जमशेदपुर में छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने की हल षष्ठी पूजा, बलदेव बलराम के जन्म से जुड़ी हैं मान्यताएं
जमशेदपुर में मंगलवार को छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने हल षष्ठी पूजा की. मान्यता है कि इसी दिन बलदेव बलराम का जन्म हुआ था. इसलिए इस पर्व को बलराम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है.
Jamshedpur News: जमशेदपुर के विभिन्न इलाके में मंगलवार को छत्तीसगढ़ी महिलाओं ने हल षष्ठी पूजा की. शीतला माता मंदिर टुइलाडुंगरी छत्तीसगढ़ी समाज की आसपास की महिलाएं इकट्ठा हुईं. जमीन में गड्ढा खोदकर दो सगरी (छाेटा तालाब) बनाया गया. भैंस का दूध, दही, घी, लाई, महुआ, कांसी, पसहर (बिना हल जुते जमीन का चावल), कास फूल, दूब, रोली, चंदन, नारियल, सुहाग की सामग्री, बच्चों के खिलौने और छह प्रकार की भाजी से पूजा हुई. डॉ शंकर लाल ने व्रत से संबंधित छह कथाओं का वाचन किया.
दिनभर रखा निर्जला व्रत
मान्यता है कि इसी दिन बलदेव बलराम का जन्म हुआ था. इसलिए इस पर्व को बलराम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. दिनभर निर्जला रहते हुए महिलाओं ने शिव-पार्वती की पूजा की. यहां जमुना निषाद, मंजु ठाकुर, पिंकी साहू, रानी देवी, सोनी साहू, चांदनी साहू, लक्ष्मी साहू, शारदा यादव, पुष्पा साहू, चंदा साहू, नीलम साहू, राजेश्वरी देवी, संध्या देवी, जमुना, हेमपुष्पा व अन्य ने पूजा की. इसे सफल बनाने में मंदिर समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार, महामंत्री गिरधारी लाल व अन्य का योगदान रहा.
शीतला मंदिर लाल बिल्डिंग में हुई कमरछठ पूजा
जमशेदपुर के बागबेड़ा गांधीनगर लाल बिल्डिंग शीतला मंदिर के प्रांगण में मंगलवार को छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने कमरछठ की पूजा की. इसे हल षष्ठी भी कहा जाता है. हर साल भादो षष्ठी को यह व्रत होता है. इसमें महिलाओं ने सामूहिक रूप से भाग लिया. शिव-पार्वती की पूजा की. पूजा में रीमा कुमार शामिल हुईं. पुजारी प्रदीप कुमार मिश्रा पूजा करायी.
सीपी समाज बागुनहातु में धूमधाम से हुई पूजा
सीपी समाज बागुनहातु में छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने मंगलवार को हल षष्ठी पूजा की. महिलाओं ने निर्जला व्रत रखा. संतान प्राप्ति और उनके स्वास्थ्य की कामना की. यहां खेमलता साहू, सविता साहू, कमला साहू, परमिला साहू व अन्य ने पूजा की. समाज के अध्यक्ष जगदीश साहू की देखरेख में पूजा हुई.
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