XLRI का दीक्षांत समारोह: भारत के लिए है गोल्डेन टाइम, टाटा ग्रुप देगा 72000 युवाओं को रोजगार, जमशेदपुर में बोले एन चंद्रशेखरन

जमशेदपुर में एक्सएलआरआई के 68वें दीक्षांत समारोह में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि भारत के लिए गोल्डेन टाइम है. टाटा ग्रुप 72000 युवाओं को रोजगार देगा.

By Guru Swarup Mishra | March 23, 2024 11:15 PM

जमशेदपुर: वैश्विक स्तर पर तेजी से बदलाव हो रहे हैं. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व मशीन लर्निंग के इस दौर में भारत का ग्रोथ रेट और तेजी से बढ़ेगा. भारत विश्वगुरु बनने की राह पर है. जियो पॉलिटिकल परिस्थिति ऐसी बन रही है जिसमें ग्रीन एनर्जी, सेमी कंडक्टर चिप, टेलीकॉम, डिफेंस से लेकर कई अन्य क्षेत्र ऐसे होंगे जिसमें विश्व के कई देशों की भारत पर निर्भरता रहेगी. उक्त बातें टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहीं. वे शनिवार को जमशेदपुर में एक्सएलआरआई के 68वें दीक्षांत समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे. एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा ग्रुप गुजरात के धोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के 91,000 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित चिप विनिर्माण संयंत्र और असम में 27,000 करोड़ रुपये की चिप असेंबली लगा रहा है. आने वाले सालों में इन संयंत्रों से लगभग 72,000 रोजगार पैदा होगा. इतना ही नहीं, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सेमीकंडक्टर संयंत्र धीरे-धीरे चिप की आपूर्ति करके चरणबद्ध तरीके से सभी क्षेत्रों को सेवाएं देंगे.

551 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट
मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में टाटा स्टील इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया के एमडी सह एक्सएलआरआइ के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स टीवी नरेंद्रन उपस्थित थे. इस अवसर पर एक्सएलआरआइ से पासआउट होने वाले 551 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट दिया गया. इनमें 14 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल मिला. कार्यक्रम के दौरान एन चंद्रशेखरन को प्रतिष्ठित ‘सर जहांगीर घांदी मेडल फॉर इंडस्ट्रियल एंड सोशल पीस’ से सम्मानित किया गया. इस मौके पर एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज एसजे, एक्सएलआरआइ के डीन एकेडमिक्स प्रो डॉ संजय पात्रो, डीन एडमिनिस्ट्रेशन फादर डोनाल्ड डिसूजा समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, विद्यार्थी व अभिभावक मौजूद थे. इस दौरान फैकल्टी, नॉन टीचिंग स्टाफ व मेंटेनेंस स्टाफ को लगातार 15 व 25 साल तक सेवा देने के लिए उन्हें लॉन्ग सर्विस मेडल से नवाजा गया.

टाटा ग्रुप इलेक्ट्रॉनिक कार के मार्केट में लायेगा क्रांति
एन चंद्रशेखर ने कहा कि टाटा ग्रुप ग्रीन एनर्जी की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. लिथियम आयन बैटरी बनाने के लिए 20 गीगावॉट की गीगाफैक्टरी शुरू की गयी है. भारत सेमीकंडक्टर के मामले में पूरी तरह दूसरे देशों से किए गये आयात पर निर्भर है. आने वाले समय में भारत में सेमीकंडक्टर की अच्छी खपत होने वाली है. कहा कि हम इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ती मांगों को पूरा कर सकेंगे. टाटा ग्रुप में इलेक्ट्रिक कारों पर काम किया जा रहा है. इस साल कुछ प्रोडक्ट्स मार्केट में दस्तक दे सकते हैं. फिलहाल इलेक्ट्रिक कारों की मार्केट हिस्सेदारी के मामले में टाटा मोटर्स भारत में सबसे आगे है. कहा कि टाटा ग्रुप ने लक्ष्य तैयार किया है कि 2030 तक 70 फीसदी ग्रीन एनर्जी का इस्तेमाल किया जाएगा.

भारत में चीन को पीछे छोड़ने की ताकत : टीवी नरेंद्रन
टाटा स्टील इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि छात्र जीवन के दौरान जो भी बातें सीखी जाती है, उसका व्यावहारिक जीवन में सकारात्मक तरीके से इस्तेमाल करें. कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है. आज से 34 साल पहले जब वे ग्रेजुएट हुए थे, तब देश में सिर्फ चार आइआइएम थे. उस वक्त चीन कोई फैक्टर नहीं था, लेकिन आज स्थिति बदली हुई है. टीवी नरेंद्रन ने कहा कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है, यही गति रही तो हम विकास के मामले में चीन को पीछे छोड़ सकते हैं. उन्होंने जीयो पॉलिटिकल परिस्थिति में क्लाइमेट चेंज पर भी अपनी बातों को रखा.

किस कोर्स के कितने स्टूडेंट हुए ग्रेजुएट

  • फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट- 13
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट- 176
  • बिजनेस मैनेजमेंट- 209
  • जेनरल मैनेजमेंट ( 15 माह प्रोग्राम ) – 113
  • पीजीडीएम इन मैनेजमेंट ( इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योर )- 40

एकेडमिक एक्सीलेंस के लिए इन्हें मिला मेडल

  • बेस्ट ऑल राउंड स्टूडेंट- नंदिनी गोयल
  • बेस्ट ऑल राउंड वीमेन स्टूडेंट- नंदिनी गोयल
  • आउटगोइंग एफपीएम स्टूडेंट- गरिमा मल्लिक
  • हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ एचआरएम- मयंक नागपुरकर
  • सेकेंड हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ एचआरएम- प्रतिपन्ना अनुभव
  • हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ बीएम- केसीराजू लोकेश
  • सेकेंड हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ बीएम- श्रीनिवास एस
  • हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ जीएमपी- अनुराग कुमार
  • एक्सएलआरआइ मेडल फॉर सोशल इनिशिएटिव- महक शर्मा, अर्जुन पांडे, अमन वर्मा, धनंजय गजानन कदम, कार्तिका वी जे, मनीषा मंडल

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