12 जोरियाे में होगा मछली पालन
पहल मत्स्य विभाग ने शुरू की तैयारी जामताड़ा : मत्स्य उत्पादकों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए सरकार के निर्देशानुसार जिले में रीवेराइन मछली का पालन किया जायेगा. इसके लिए विभाग ने 12 जोरियों का चयन भी कर लिया है साथ ही तैयारी में जुट गयी है. बस इंतजार है इन जोरियों में बरसाती पानी के […]
पहल मत्स्य विभाग ने शुरू की तैयारी
जामताड़ा : मत्स्य उत्पादकों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए सरकार के निर्देशानुसार जिले में रीवेराइन मछली का पालन किया जायेगा. इसके लिए विभाग ने 12 जोरियों का चयन भी कर लिया है साथ ही तैयारी में जुट गयी है. बस इंतजार है इन जोरियों में बरसाती पानी के आने का. मछली व्यवसाय के जुड़े किसानों को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से ही छोटी-छोटी जोरिया पर मछली पालन किया जायेगा. किसान मछली उत्पादन से अपने आपको मजबूत कर सकें इसके लिए विभाग के द्वारा नि:शुल्क नेट, मछली एवं अन्य सामानों की व्यवस्था करेगी.
कौन-कौन सी मछली पाली जायेगी
रिवेराइन मछली पालन योजना के तहत जिले में मछली की मांग को देखते हुए मृगल, रहू तथा कतला मछली का पालन किया जायेगा.
क्या कहते हैं मत्स्य पदाधिकारी
जिला मत्स्य पदाधिकारी मरियम मुर्मू ने कहा कि मत्स्य उत्पादकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही जिले में रिवेराइन मछली की खेती की जायेगी. इसके लिए स्थलों का भी चयन कर लिया गया है.
सरकार के निर्देश पर अब मत्स्य विभाग जिले के जोरियो में मछली पालन के लिए किसानों को प्रेरित कर रहा है. इस पहल के तहत किसानों को विभाग की ओर से मछली का जीरा दिया जायेगा.
कहां-कहां होगा मछली पालन
जिले के नाला एवं जामताड़ा प्रखंड के कई गांवों को चिह्नित किया गया है. नाला के आंख पोखरिया जोरिया के तीन प्वाइंट के अलावे मधुवा गांव के जोरिया पर मधुवा, महुलबोना में रिवेराइन मछली पालन किया जायेगा. इसके अलावे जामताड़ा के मैथन जलाशय के अंतर्गत डबरा, तिरिलकुड़ी, आगरडीह, रायडीह, श्यामपुर, केलाही के तीन प्वाइंट तथा गुवाकोला के दो प्वाइंट में रिवेराइन मछली का पालन किया जायेगा. विभाग इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है.