नौ दिन बाद छह वर्षीय बच्चे की मौत का मामला पहुंचा थाना
गुहार. 10 अगस्त को डोभा में डूब कर हुई थी मौत करमाटांड़ थाना क्षेत्र का मामला लिटिल स्टार एकेडमी के में कर रहा था पढ़ाई पुलिस जांच में जुटी, कहा लापरवाही से हुई मौत विद्यासागर : निजी विद्यालय के छात्रावास में रहने के दौरान डोभा में डूबने से बच्चे की मौत के नौ दिन बाद […]
गुहार. 10 अगस्त को डोभा में डूब कर हुई थी मौत
करमाटांड़ थाना क्षेत्र का मामला
लिटिल स्टार एकेडमी के में कर रहा था पढ़ाई
पुलिस जांच में जुटी, कहा लापरवाही से हुई मौत
विद्यासागर : निजी विद्यालय के छात्रावास में रहने के दौरान डोभा में डूबने से बच्चे की मौत के नौ दिन बाद शनिवार करे मामला करमाटांड़ थाना पहुंचा. मृतक बच्चों के परिजनों ने थाना में आवेदन देकर स्कूल संचालक गलत सूचना देने का आरोप लगाया और कार्रवाई करने की मांग की है.
थाना में दिये आवेदन के अनुसार करमाटांड़ के लिटिल स्टार एकेडमी में मुन्नी लाल टुडू का छह वर्षीय पुत्र चनता टुडू छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर रहा था.
इसी दौरान 10 अगस्त को डोभा में डूबने से उसकी मौत हो गयी. लेकिन स्कूल संचालक ने मुन्नी को चनता के छात्रावास से भाग जाने की सूचना दी. इसके कुछ देर बाद संचालक ने दुबार फोन किय और पुत्र की मौत होने की सूचना दी. साथ शव को ले जाने की बात कही. बच्चे के नाना को बुलाकर शव दे दिया. इस घटना की सूचना पुलिस के भी नहीं दी गयी. संचालन पर शक हो रहा है. मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.
पुलिस जांच काे पहुंची
थाना में आवेदन मिलने के बाद करमाटांड़ थाना के एएसआई एसएन द्विवेदी व राजेश्वर यादव दलबल के साथ छात्रावास पहुंचे. छात्रावास संचालक से विभिन्न तरह की जानकारी ली. इनलोगों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. कहा कि पुलिस अनुसंधान कर रही है. मामला दर्ज किया जायेगा. इधर, घटना को लेकर करमाटांड़ में काफी चर्चा हो रही है.
परिजनों का आरोप : स्कूल संचालक ने दी गलत सूचना
स्कूल संचालक की लापरवाही : थानेदार
थाना प्रभारी केडी झा ने कहा कि बच्चे की मौत के मामले में आवेदन मिला है. पुलिस जांच कर रही है. स्कूल संचालक की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है. जांच के बाद विधि सवंत कार्रवाई की जायेगी.
परिजनों को दी गयी
सही जानकारी
स्कूल संचालक राजू रजक ने कहा कि बच्चा स्कूल से भाग गया था. परिजनों को सही जानकारी दी गयी है. बच्चे के पिता के कहने पर शव को नाना को दिया गया. अब लोगों के बहकावे में आकर बच्चे के परिजन थाना पहुंचे है. गलत सूचना देने का आरोप बेबुनियाद है.