श्रद्धा के साथ की गयी भगवान अनंत की पूजा
रक्षा सूत्र बांध कर विपत्ति में सहायता की कामना की मिहिजाम : अनंत चतुर्दशी के अवसर पर मंगलवार को क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों एवं घरों में भगवान अनंत की पूजा विधि विधान के साथ की गयी. अनंतचतुर्दशी पूजा को विपत्ति से उवारने वाला व्रत भी कहा जाता है. इस दिन भगवान को रक्षा सूत्र चढ़ाया […]
रक्षा सूत्र बांध कर विपत्ति में सहायता की कामना की
मिहिजाम : अनंत चतुर्दशी के अवसर पर मंगलवार को क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों एवं घरों में भगवान अनंत की पूजा विधि विधान के साथ की गयी. अनंतचतुर्दशी पूजा को विपत्ति से उवारने वाला व्रत भी कहा जाता है. इस दिन भगवान को रक्षा सूत्र चढ़ाया जाता है.
पूजा के बाद श्रद्धालु उस सूत्र को अनंत देव के तुल्य मान कर उसे पहनते हैं. ऐसी मान्यता है कि यह रक्षा सूत्र विपत्तियों से निजात दिलाता है. अनंतचतुर्दशी भादो मास की शुक्ल पक्ष चौदस को मनाया जाता है. इस दिन अनंत देव की पूजा की जाती है. अनंत भगवान विष्णु के रूप माने जाते हैं. इस पूजा में अनंत सूत्र का महत्व होता है, जिसे पुरुष दायें और स्त्री बायें हाथ में पहनती है.
जामताड़ा प्रतिनिधि के अनुसार अनंत चतुर्दशी मंगलवार को मनाया गया. इस दौरान सुबह से ही जामताड़ा के विभिन्न मंदिरों में अनंत भगवान की पूजा करने के लिए लोगों की भीड़ देखी गयी. स्थानीय हनुमान मंदिर में पंडित संजय पांडेय ने अनंत भगवान की पूजा करायी. पूजा में शहर की महिलाओं ने भाग लिया. इसके बाद लोगों ने अपने दायें की कलाई पर अनंत बांधा.