डेढ़ किमी दूर जाकर बच्चे बुझाते प्यास

विद्यासागर(करमाटांड़) : करमाटांड़ प्रखंड के बड़ासुनसुनडबरा प्राथमिक विद्यालय के दोनों चापाकल पिछले दो माह से खराब पड़े हैं. इस कारण बच्चों को पानी पीने के लिए डेढ़ किलोमीटर जाना पड़ा है. इससे बच्चों का समय के साथ पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं रसोईया को मध्यान भोजन बनाने के लिए करीब इतनी ही दूरी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2017 10:00 AM
विद्यासागर(करमाटांड़) : करमाटांड़ प्रखंड के बड़ासुनसुनडबरा प्राथमिक विद्यालय के दोनों चापाकल पिछले दो माह से खराब पड़े हैं. इस कारण बच्चों को पानी पीने के लिए डेढ़ किलोमीटर जाना पड़ा है. इससे बच्चों का समय के साथ पढ़ाई प्रभावित हो रही है.
वहीं रसोईया को मध्यान भोजन बनाने के लिए करीब इतनी ही दूरी से पानी लाना पड़ता है. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका जयंती रानी मंडल ने बताया कि विभाग को कई बार आवेदन दिया गया. वहां से सिर्फ आश्वासन ही मिला है. आज तक चापाकल की मरम्मत नहीं की गयी है. विद्यालय में पानी पीने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
छोटे-छोटे बच्चे पानी पीने के लिए लगभग डेढ़ किलोमीटर तहसीलबंधा गांव जाते हैं. वहीं बच्चों ने बताया कि उक्त चापाकल को काफी चलाने के बाद थोड़ा-थोड़ा पानी गिरता है. जिससे कठिनाई होती है. वहीं मध्याह्न भोजन खाने के बाद हम लोगों को पानी पीने के लिए अपने-अपने घर जाना पड़ता है. साथ ही रसोइया भी भोजन बनाने के लिए पानी दूर दराज से माथे पर ढोकर पानी लाती है. किसी तरह भोजन बनाता है. यहां किचन शेड भी नहीं बना है. इस कारण विद्यालय परिसर में टूटे-फूटे घर में खाना पकाया जाता है.
बरसात के समय इस घर पानी टपकता है. रसोइया को काफी परेशानी होती है. विद्यालय में 52 बच्चे नामांकित है. सत्यम कुमार, लक्ष्मी कुमारी, गोपी कुमार, कन्हैया कुमार, शिवनंदन कुमार, दिव्या कुमारी, माया कुमारी, मनीषा कुमारी, मधु कुमारी आदि ने समस्याएं बतायी.

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