ऑनलाइन सेवा से अनाथ बच्ची को मिला सहारा

जामताड़ा : ऑनलाइन का जमाना है. यह एक ऐसा जरिया है जिससे आप हर जरूरत पूरी भी कर सकते हैं. इसी ऑनलाइन तरीके के जरिये शुक्रवार को तमिलनाडू की एक दंपत्ति की सूनी गाेद भर गयी. नाला में छह माह पूर्व भूली भटकी पहुंची एक बच्ची को कानूनी सारी प्रक्रिया कर शुक्रवार को उनके गोद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2017 4:45 AM

जामताड़ा : ऑनलाइन का जमाना है. यह एक ऐसा जरिया है जिससे आप हर जरूरत पूरी भी कर सकते हैं. इसी ऑनलाइन तरीके के जरिये शुक्रवार को तमिलनाडू की एक दंपत्ति की सूनी गाेद भर गयी. नाला में छह माह पूर्व भूली भटकी पहुंची एक बच्ची को कानूनी सारी प्रक्रिया कर शुक्रवार को उनके गोद दे दिया गया.

तमिलनाडू की एक दंपती ने सरकारी बेवसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया था कि वे नि:संतान हैं. बेवसाइट में इस बच्ची की जानकारी अपलोड कर दी गयी थी. बेवसाइट के जरिये वे दंपती शुक्रवार को जामताड़ा आये और इस बच्चे को जिला बाल कल्याण समिति के मार्फत गोद ले लिया. अभी बच्ची एक साल की हो गयी है. इसके पहले बच्ची छह माह तक बोकारो बाल सुधार गृह में रह रही थी.

कैसे मिली बच्ची : आज से छह पूर्व की बात है नाला की एक महिला को यह बच्ची भटकती हुई नाला में मिली थी. इसके बाद वह महिला इस बच्ची को स्थानीय सीएचसी में टीकाकरण के लिए ले गयी थी. जब चिकित्सकों ने बच्ची का टीकाकरण कार्ड, माता का कार्ड या पहचान पत्र मांगा तो वह महिला नहीं दे पायी. कहा : उसे यह बच्ची भटकती हुई मिली है. इसके बाद सीएचसी के पदाधिकारी ने इसकी सूचना बाल कल्याण समिति को दी और इसके बाद समिति ने बच्ची को बोकारो भेज दिया. जब बच्ची को बोकारो भेजा जा रहा था तो वहां के ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया था. काफी हाे हंगामा भी हुआ था.
जो बच्ची अनाथ होकर इधर उधर भटक रही थी. इस ऑनलाइन सेवा के जरिये आज उसे सहारा मिल गया. साथ ही तमिलनाडू की इस दंपत्ति की सूनी गोद भी भर गयी.
तमिलनाडू की दंपती ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर लिया एक साल की अनाथ बच्ची को गोद
सरकार के बेवसाइट पर किया था ऑनलाइन आवेदन
अवकाश पर गये अधिकारी, काम ठप

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