फिल्म पद्मावती की िरलीज पर लगे रोक उपायुक्त को दिया ज्ञापन

जामताड़ा : संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित फिल्म पद्मावती का प्रदर्शन पर रोक लगाने को लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय समाज ने समाहरणालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया़ बाद में एक शिष्टमंडल ने उपायुक्त को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा़ कहा कि रानी पद्मावती भारतीय समाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2017 5:35 AM

जामताड़ा : संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित फिल्म पद्मावती का प्रदर्शन पर रोक लगाने को लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय समाज ने समाहरणालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया़ बाद में एक शिष्टमंडल ने उपायुक्त को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा़ कहा कि रानी पद्मावती भारतीय समाज की एक अद्वितीय नारी थी, जो सदियों से अपने शौर्य, पराक्रम एवं सतीत्व की रक्षा के लिए भारतीय समाज में राजमाता के रूप में प्रतिष्ठित है़

आरएन सिंह ने कहा कि पद्मावती फिल्म निर्माता एवं उनके सहयोगी यह दलील पेश कर रहे हैं कि वे किसी प्रकार के फिल्म का निर्माण कर सकते हैं. किंतु उन्हें मौलिक अधिकारों के साथ संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्यों को भी उतना ही अहमियत देनी चाहिए, जितना मौलिक अधिकार को़ कहा कि पद्मावती फिल्म में जो ट्रेलर दिखाया जा रहा है़

उससे आपत्तिजनक दृश्य ही नहीं बल्कि अश्लील भी है़ फिल्म के एक दृश्य पर फिल्माए गये संगीत पर कपौल कल्पना पर आधारित नृत्य में राजमाता पद्मावती को दर्शाया गया है़, जिसकी निंदा करते हैं. कहा निर्माता ने इस फिल्म के द्वारा एक सुनियोजित साजिश के तहत जाति विशेष समुदाय के गरिमामयी इतिहास को गलत तरीके से पेश किया है. मौके पर प्रताप सिंह, रवींद्र नाथ सिंह, रामप्रकाश सिंह, आलोक सिंह, दीपक सिंह, रामप्रवेश सिंह, राजेश सिंह, रंजीत सिंह सहित अन्य क्षत्रिय महासभा के लोग मौजूद थे़

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