हड़ताल के बाद समझौता, लौटे कर्मी

विरोध. आउटसोर्सिंग कर्मी को तीन माह से नहीं मिला मानदेय, आक्रोशित सरकार ने कर्मचारियों को कंपनी के हाथों बेचने का किया कार्य : राहुल जामताड़ा : तीन माह से मानदेय नहीं मिलने के चलते सदर अस्पताल में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. बाद में फ्रंटलाइन के साथ समझौता हुआ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2017 5:31 AM

विरोध. आउटसोर्सिंग कर्मी को तीन माह से नहीं मिला मानदेय, आक्रोशित

सरकार ने कर्मचारियों को कंपनी के हाथों बेचने का किया कार्य : राहुल
जामताड़ा : तीन माह से मानदेय नहीं मिलने के चलते सदर अस्पताल में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. बाद में फ्रंटलाइन के साथ समझौता हुआ और कर्मियों ने हाड़ताल वापस ले लिया. इससे पहले कर्मियों ने आउटसोर्सिंग वर्कर्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल कुमार तिवारी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया. राहुल ने कहा कि सदर अस्पताल में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी को तीन माह से वेतन नहीं दिया गया है. इस कारण सभी कर्मी के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. विभाग को इससे कोई लेना-देना नहीं है. कहा सरकार ने कर्मियों को कंपनी के हाथों बेचने का कार्य किया है़ समय पर मानदेय नहीं मिलता है. वहीं सरकार द्वारा निर्धारित मानेदय में भी कंपनी कटौती कर रही है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
कहा कि मानदेय नहीं मिलने को लेकर विभाग व फ्रंटलाइन एनसीआर रांची को ज्ञापन दिया गया, लेकिन किसी प्रकार का हल नहीं निकला गया. इस कारण सभी 180 आउटसोर्सिंग कर्मचारी 20 दिसंबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर धरना पर बैठ गये़. मौके पर चिंतामनी मंडल, सचिव बृहस्पति हाड़ी, कोषाध्यक्ष कार्तिक कुमार, इंद्रा देवी, सीता देवी, सुमि़त्रा देवी, छाया देवी, मुक्तार आलम, किरण देवी, राजेश हाड़ी, भरत हाड़ी, मोहन भंडारी, सुबोध सोरेन, सुमित कुमार आदि मौजूद थे़.
वर्कर्स यूनियन ने वापस लिया हड़ताल
आउटसोर्सिंग वर्कर्स यूनियन, जामताड़ा की ओर से कार्य बहिष्कार के बाद वर्कर्स यूनियन, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, उपाधीक्षक की उपस्थिति में फ्रॉन्टलाइन के प्रतिनिधि के साथ समझौता हुआ़ समझौता के बाद आउटसोंर्सिंग कर्मचारी ने अनिश्चित कालीन हड़ताल समाप्त किया़ फ्रंटलाइन के प्रतिनिधि प्रमोद कुमार के साथ समाझौता किया गया कहा कि गया कि दो माह का भुगतान एक सप्ताह में किया जायेगा़ वहीं यूनिफार्म, परिचय पत्र देने के साथ अन्य बिंदुओं पर सहमति बनी.
क्या है मांगें
श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग, झारखंड के द्वारा अनुमोदित नियमों का अनुपालन करना सुनिश्चित करें, प्रत्येक माह के एक से पांच तारीख तक वेतन भुगतान करना सुनिश्चित करें. संविदा की शर्तों के अनुरूप वेतन का निर्धारण किया जाये, सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का आवश्यक दस्तावेज तथा नियुक्ति पत्र, पे-स्लीप, पहचान पत्र, पीएफ, संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराया जाये, समान काम का समान वेतन देना सुनिश्चित करें.
नारायणपुर में भी हड़ताल पर रहे कर्मी
नारायणपुर.आउट सोर्सिंग कर्मियों को पिछले तीन माह से मानदेय नहीं मिला है. इस कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नारायणपुर में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मी भी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. इस संबंध में कर्मी प्रानेश मिश्रा, जगत प्रसाद, रंजीत मंडल, रंजीत प्रसाद आदि ने बताया कि पिछले तीन माह से मानदेय नहीं मिला है. इस कारण हम कर्मियों को भूखमरी की मार झेलनी पड़ रही है.

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