दांतों की सफाई में लापरवाही बन सकता है कैंसर का कारण

देश के 70 फीसदी लोग पांच साल में भी नहीं कराते हैं दांतों की सफाई कैंसर होने का मुख्य कारण पान मसाला, तंबाकू व गुटका का सेवन है जामताड़ा : जिला स्वास्थ्य समिति जामताड़ा के तत्वावधान में सदर अस्पताल में मंगलवार को विश्व ओरल दिवस मनाया गया. जागरुकता कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2018 3:42 AM

देश के 70 फीसदी लोग पांच साल में भी नहीं कराते हैं दांतों की सफाई

कैंसर होने का मुख्य कारण पान मसाला, तंबाकू व गुटका का सेवन है
जामताड़ा : जिला स्वास्थ्य समिति जामताड़ा के तत्वावधान में सदर अस्पताल में मंगलवार को विश्व ओरल दिवस मनाया गया. जागरुकता कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन बीके साहा ने कहा कि मुंह में कैंसर, जिसे ओरल कैंसर भी कहा जाता है़ भारत में करीब 30 फीसदी ओरल कैंसर के मरीज होते हैं जो एडवांस स्टेज में ही सामने आते हैं. लापरवाही इसका एक मात्र कारण है़ यदि समय पर दांतों की जांच करायी जाये तो कैंसर को प्राथमिक स्टेज पर ही रोका जा सकता है़
मुंह में कैंसर होने का मुख्य कारण पान मसाला, तंबाकू व गुटका जैसी चीजों का लगातार सेवन करना है. उन्होंने कहा कि विश्व ओरल दिवस मनाने का मकसद लोगों की दांतों को स्वस्थ रखने के लिए जागरूकता फैलाना है़ हर साल 20 मार्च को अलग-अलग थीम पर विश्व ओरल दिवस मनाया जाता है़
स्वास्थ्य व सुंदरता से जुड़ा है दांतों का संबंध
डाॅ साहा ने कहा कि चेहरे की सुंदरता दांत होती है़ दांतों का संबंध स्वास्थ्य और सुंदरता दोनों से होता है़ जागरूकता की कमी के कारण करीब 70 प्रतिशत लोग ऐसे है, जो पांच साल में एक बार भी दांतों की जांच नहीं कराते है़ं करीब 90 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो दिनभर में एक बार दांतों की सफाई करते हैं. मौके पर डॉ सुबोध कुमार, डीपीएम दीपक कुमार गुप्ता, एएनएम, स्वास्थ्य कर्मी सहित अन्य लोग मौजूद थे़

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