मरीजों को सहजता से स्थानीय स्तर पर रक्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य

जामताड़ा : मरीजों को सहजता से स्थानीय स्तर पर रक्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पुराना सदर अस्पताल में लगभग एक करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित ब्लड बैंक अब तक शोभा की वस्तु बनी हुई है. वहीं, दूसरी ओर सदर अस्पताल स्थित ब्लड स्टोरेज यूनिट भी सालों से बंद पड़ा है. ऐसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2018 5:40 AM

जामताड़ा : मरीजों को सहजता से स्थानीय स्तर पर रक्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पुराना सदर अस्पताल में लगभग एक करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित ब्लड बैंक अब तक शोभा की वस्तु बनी हुई है. वहीं, दूसरी ओर सदर अस्पताल स्थित ब्लड स्टोरेज यूनिट भी सालों से बंद पड़ा है. ऐसे में मरीजों को एक यूनिट ब्लड की आवश्यकता हो तो उन्हें दूसरे जिला की ओर रुख करना पड़ता है. इतना ही नहीं चिकित्सक इलाज करने में सक्षम रहने के बाद भी ब्लड की कमी के कारण मरीजों को अन्यत्र रेफर कर देते हैं.

ब्लड की कमी से ऑपरेशन बाधित : सदर अस्पताल में ऑपरेशन के सभी संसाधन व कार्यबल उपलब्ध हैं, लेकिन ब्लड की कमी के कारण अधिकांश सिजेरियन महिला को धनबाद, आसनसोल रेफर कर दिया जाता है. जिन गर्भवती महिलाओं के शरीर में जरूरत के अनुरूप रक्त रहता है उसे ही सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा मिलती है. ऐसे में सिजेरियन से जुड़ी गरीब महिलाओं को इलाज में ज्यादा परेशानी होती है.
क्या कहते हैं सीएस
पुराना सदर अस्पताल परिसर में ब्लड बैंक बनकर तैयार है. इसके संचालन को लेकर उपकरण खरीदारी की प्रक्रिया जिला एवं राज्य स्तर पर की जा रही है. हर हाल में ब्लड बैंक इसी माह प्रारंभ हो जायेगी.
– डॉ बीके साहा, सीएस, जामताड़ा.

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